Rajya Sabha : संसद का शीतकालीन सत्र लगातार हंगामे की भेंट चढ़ रहा है. राज्यसभा में शुक्रवार को भी कुछ इसी तरह का नजारा देखने को मिला.
Rajya Sabha : राज्यसभा में जोरदार बहस देखने को मिली. राज्यसभा के सभापति धनखड़ ने सदन की कार्यवाही के दौरान विपक्ष पर भड़कते हुए कहा कि मैंने आपको बहुत बर्दाश्त किया है लेकिन आपको किसान का बेटा बर्दाश्त नहीं हो रहा है. उनका इतना कहते ही विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने तपाक से कहा कि आप किसान के बेटे हैं तो मैं भी मजदूर का बेटा हूं. आप सदन को परंपरा से चलाइए.”
जुबानी जंग के दौरान खरगे ने कहा, “अगर आप किसान के बेटे हैं तो मैं मजदूर का बेटा हूं. आप कह रहे हैं कि हम किसान के बेटे का अपमान कर रहे हैं. मैं कहना चाहता हूं कि मैं मजदूर का बेटा हूं.” खरगे ने कहा कि हम यहां आपकी तारीफ सुनने नहीं आए हैं. इस पर जवाब देते हुए धनखड़ ने कहा कि मुझे पता है कि आप किसकी तारीफ करना चाहते हैं.
धनखड़: मैं किसान का बेटा हूं…
खड़गे: मैं मजदूर का बेटा हूं…
धनखड़: मैं झुकूंगा नहीं… मर जाऊंगा देश के लिए झुकूंगा नहीं
खड़गे: मैं मजदूर का बेटा हूं… आपका बाप मशीन से पैसे गिनता था… मेरा बाप मजदूरी करके लाता था.
धनखड़: मैं सभी को इज्जत देता हूं.. पर आप लोगों की भाषा देखिए.
खड़गे: हम आपकी तारीफ करने के लिए यहां नहीं आए हैं.
धनखड़: देश को पता है कि आप किसकी तारीफ सुनना चाहते हैं. चौबीसों घंटे एक ही काम है कि किसान का बेटा यहां क्यों बैठा है? मेहरबानी करके कुछ सोचिए. मैंने आंखों से देखा है. पीड़ा महसूस कर रहा हूं. मैंने इज्जत देने में कोई कमी नहीं रखी.
खड़गे: आप मेरा सम्मान नहीं कर रहे तो मैं कैसे आपका सम्मान कर सकता हूं?
इस तरह सदन में भारी हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही को सोमवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया.