Sahara India. Photo: Social Media
Sahara India: सहारा इंडिया की बेशकीमती भूखंड की बिक्री में हेराफेरी होने की बात सामने आई है. यह बात जैसे ही सामने आई है, वैसे ही अधिकारियों के होश उड़ गयी है. भागलपुर शहर में स्थित जोगसर पुलिस जांच में जुट गई है. बताया जाता है कि 100 एकड़ जमीन काे कथित रूप से फर्जी दस्तावेज के सहारे बेचने की कोशिश हुई है और इस मामले में धोखाधड़ी का केस दर्ज कराने के बाद सहारा इंडिया (Sahara India) की टीम भी सभी अहम साक्ष्य पुलिस पदाधिकारियों को उपलब्ध कराने के लिए एक्टिव मोड में आ गई है.
सहारा इंडिया (Sahara India) के रीजनल वर्कर विनय कुमार विनय ने शुक्रवार को मीडिया के समक्ष यह साफ कर दिया किसहारा इंडिया की कोई भी जमीन भागलपुर परिक्षेत्र में बिकाऊ नहीं है.
इस मामले में जब दस्तावेज उपलब्ध होगा, तो सच्चाई सामने आ जायेगी. सहारा इंडिया (Sahara India) के रीजनल वर्कर विनय कुमार विनय और वर्कर बृजेंद्र कुमार श्रीवास्तव पुलिस पदाधिकारियों को तमाम साक्ष्य उपलब्ध कराएंगे और इससे यह साफ हो जायेगा कि केस में नामजद की तरफ से उपलब्ध कराया गया दस्तावेज फर्जी है.
बृजेंद्र कुमार श्रीवास्तव को भागलपुर परिक्षेत्र में सहारा इंडिया (Sahara India) के विभिन्न सोसाइटी के जमीन की देखभाल के लिए संस्था ने अधिकृत कर रखा है. बृजेंद्र कुमार श्रीवास्तव सहारा इंडिया के कार्यालय कार्यकर्ता हैं, जिनकी उपस्थिति पंजी सहारा इंडिया की सौ एकड़ जमीन काे कथित रूप से फर्जी दस्तावेज के सहारे बेचने की कोशिश मामले में धोखाधड़ी का केस दर्ज कराने के बाद सहारा इंडिया की टीम सक्रिय हो गई है.
बताया जाता है कि सहारा इंडिया के तीनों सोसाइटी अंबुज, अमृता और अनन्या के कुल छह डायरेक्टर ने लिखित रूप से सब रजिस्ट्रार को अवगत कराया है कि रीमा मुखर्जी उनके यहां की कोई स्टाफ नहीं है. ना ही इनको कोई बोर्ड ऑफ रिजोल्यूशन दिया गया है. रीमा और राजकुमार रंजन की तरफ से सभी फर्जी दस्तावेज जमा कराया गया है.