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Patna: पटना के पॉश और बेहद भीड़-भाड़ वाले इलाके बोरिंग केनाल रोड पर शनिवार शाम को अपराधियों ने जमकर तांडव मचाया. काली रंग की बिना नंबर प्लेट वाली स्कॉर्पियो से पहुंचे नकाबपोश बदमाशों ने अचानक अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. इस वारदात से पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई.
इत्तेफाक से उसी समय वहां से एडीजी लॉ एंड ऑर्डर पंकज दराद गुजर रहे थे. उन्होंने तुरंत स्थिति को भांपते हुए बदमाशों का पीछा किया. उनके बॉडीगार्ड ने स्कॉर्पियो के टायर को निशाना बनाकर गोली चलाई, लेकिन बदमाश भाग निकलने में सफल रहे.
इस घटना की जानकारी मिलते ही पटना के एसएसपी अवकाश कुमार ने वायरलेस के जरिए पूरे जिले की पुलिस को अलर्ट किया. उन्होंने तत्काल घेराबंदी के निर्देश भी दिए, लेकिन हैरानी की बात यह रही कि उनके संदेश को गंभीरता से नहीं लिया गया. नतीजा यह हुआ कि अपराधी खुलेआम गोलीबारी करके निकल भागे.
जांच की जिम्मेदारी IPS स्वीटी सहरावत को
घटना के बाद सामने आई लापरवाही को देखते हुए जांच का जिम्मा सिटी एसपी मध्य स्वीटी सहरावत को सौंपा गया है. उन्हें सभी बिंदुओं पर जांच कर रिपोर्ट आज ही एसएसपी को सौंपनी है। जिस रास्ते से अपराधी भागे, वहां कई ट्रैफिक पोस्ट और पेट्रोलिंग टीमें मौजूद थीं, बावजूद इसके स्कॉर्पियो को रोकने की कोशिश तक नहीं हुई.
रात 10 बजे बुलाई गई इमरजेंसी मीटिंग
घटना के बाद शनिवार रात 10 बजे एसएसपी ने श्रीकृष्णापुरी और आसपास के थानेदारों की इमरजेंसी बैठक बुलाई. इस बैठक में उन्होंने सख्त लहजे में पूछा कि वायरलेस पर मैसेज के बावजूद घेराबंदी क्यों नहीं हुई? इसमें जिन पुलिसकर्मियों की लापरवाही सामने आई है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी है.
सस्पेंड होंगे लापरवाह पुलिसकर्मी
एसएसपी अवकाश कुमार ने स्पष्ट किया कि उन्होंने खुद वायरलेस पर मैसेज फ्लैश किया था. अगर समय पर कार्रवाई होती तो अपराधियों को मौके पर ही दबोचा जा सकता था. उन्होंने कहा कि लापरवाह पुलिसकर्मियों की पहचान की जा चुकी है और उन्हें निलंबित किया जाएगा.
यह घटना न सिर्फ पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि उच्च अधिकारियों की चेतावनी के बावजूद भी फील्ड स्तर पर सक्रियता में भारी कमी बनी हुई है. अब देखना होगा कि जांच के बाद क्या सख्त कदम उठाए जाते हैं.