सऊदी अरब से लौटेंगे PM मोदी
Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमले के बाद पीएम मोदी ने CCS की बैठक बुलाई है. इस समय पीएम सऊदी अरब के दौरे पर हैं. पहलगाम हमले की वजह से पीएम मोदी आज रात मंगलवार को ही जेद्दा से भारत लौटेंगे. हमले की वजह से पीएम मोदी ने अपना दौरा छोटा किया. सूत्रों के मुताबकि पीएम डिनर में भी शामिल नहीं हुए. पीएम मोदी सऊदी अरब से वापस आ रहे हैं.
विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी को फोन किया और जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले में निर्दोष लोगों की मौत पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की. राष्ट्रपति ट्रंप ने आतंकी हमले की कड़ी निंदा की और इस जघन्य हमले के दोषियों को न्याय के दायरे में लाने के लिए भारत को पूरा समर्थन दिया. भारत और अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक साथ खड़े हैं.”
अभिनेता संजय दत्त ने कहा, “उन्होंने हमारे लोगों को बेरहमी से मारा. इसे माफ नहीं किया जा सकता, इन आतंकवादियों को पता होना चाहिए कि हम चुप नहीं बैठेंगे. हमें जवाबी कार्रवाई करने की जरूरत है, मैं हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से निवेदन करता हूं कि उन्हें वो दिया जाए, जिसके वो हकदार हैं.”
यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा, “पहलगाम में हुए जघन्य आतंकी हमले ने कई मासूम लोगों की जान ले ली. नरेंद्र मोदी और आज शोक में डूबे हर भारतीय के प्रति मेरी गहरी संवेदना. फिर भी मैं जानती हूं कि भारत की भावना अटूट है. आप इस मुश्किल घड़ी में मजबूती से खड़े रहेंगे और यूरोप आपके साथ खड़ा रहेगा.”
कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा, “यह एक दुखद और निंदनीय घटना है. पूरा देश इससे गुस्से में है. यह पाकिस्तान की ओर से प्रायोजित आतंकवाद है. हम सरकार से इस पर ठोस कदम उठाने और कश्मीर में आतंकवाद को खत्म करने का आग्रह करते हैं. यह दिल दहला देने वाली घटना है.”
गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. इरफान अली ने कहा, “महामहिम, नरेंद्र मोदी, कश्मीर में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले के बारे में जानकर मुझे बहुत दुख हुआ है, जिसमें कई लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए. हिंसा का यह जघन्य कृत्य चरमपंथ के विनाशकारी प्रभाव की दुखद याद दिलाता है. मैं इस क्रूर हमले की स्पष्ट रूप से निंदा करता हूं, जिसका उद्देश्य भय और पीड़ा पैदा करना है. हिंसा कभी समाधान नहीं होती; यह केवल दर्द और हानि के चक्र को बढ़ाती है. हमें शांति और समझ के लिए प्रयास करना चाहिए, ऐसे अत्याचारों से मुक्त भविष्य का निर्माण करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए. कृपया इस त्रासदी में अपनी जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों और प्रियजनों को मेरी हार्दिक संवेदनाएं पहुंचाएं. इस अविश्वसनीय रूप से कठिन समय में वे मेरे विचारों में हैं. आइए हम सभी हिंसा के ऐसे कृत्यों के खिलाफ एक साथ खड़े हों और शांति और करुणा की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए खुद को प्रतिबद्ध करें. मुझे विश्वास है कि इस भयानक हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा.”