Kolkata News : त्रिपुरा में तृणमूल कांग्रेस के पार्टी कार्यालय पर हुए हमले के विरोध में गुरुवार को पार्टी नेताओं ने ईस्ट अगरतला थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी. साथ ही उन्होंने राज्यपाल इंद्रसेन रेड्डी से मामले में हस्तक्षेप और कार्रवाई की मांग की. राज्यपाल से मुलाकात का समय मांगा गया था, लेकिन उनके त्रिपुरा में मौजूद न होने के कारण यह संभव नहीं हो सका. इस बाबत तृणमूल नेताओं ने राजभवन में ज्ञापन सौंपकर अपनी मांगें प्रस्तुत कीं.
पार्टी नेताओं का प्रतिनिधिमंडल और आरोप
प्रतिनिधिमंडल में पश्चिम बंगाल इकाई के महासचिव कुणाल घोष, मंत्री बीरबाहा हांसदा, सांसद सायनी घोष, सांसद प्रतिमा मंडल, पार्टी प्रवक्ता सुदीप राहा और सांसद सुष्मिता देव शामिल थे. नेताओं ने पत्रकारों से कहा कि अगरतला में पार्टी कार्यालय पर हमला लोकतंत्र पर हमला है और सत्तारूढ़ दल के समर्थक विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश कर रहे हैं.
निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग
तृणमूल नेताओं ने राज्यपाल से अनुरोध किया कि हमले की निष्पक्ष जांच करायी जाए और दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए. ज्ञापन में कहा गया कि इस तरह की घटनाएं लोकतंत्र के लिए खतरनाक हैं और राज्य प्रशासन को इसकी पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए. नेताओं ने आरोप लगाया कि त्रिपुरा में विपक्षी दलों को निशाना बनाया जा रहा है और पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है.
आंदोलन की चेतावनी और चुनाव आयोग से अपील
पार्टी ने चेतावनी दी कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो पूरे राज्य में आंदोलन तेज किया जाएगा. कुणाल घोष ने कहा कि राज्यपाल से अनुरोध किया गया है कि प्रशासन को निर्देश दें और दोषियों को तुरंत गिरफ्तार कराया जाए. उन्होंने यह भी बताया कि पार्टी इस मामले को चुनाव आयोग के समक्ष रखेगी, ताकि चुनावी माहौल में हिंसा और दबाव पर रोक लग सके.
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