Kharmas 2025 End Date: खरमास कुछ दिनों में खत्म होने वाला है. इसके खत्म होते ही फिर से शुभ कार्य शुरू हो जायेंगे.
Kharmas 2025: खरमास में किसी भी प्रकार का कोई भी मांगलिक कार्य नहीं होता है. शुभ कार्य करने की मनाही होती है. दरअसल, हिंदू धर्म में खरमास का विशेष महत्व रहता है, क्योंकि इस अवधि में मांगलिक कार्यों को करने से रोका जाता है. खरमास अब कुछ ही दिनों में खत्म होने वाला है. खरमास को धनु संक्रांति के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इस दिन पर सूर्य देव बृहस्पति की राशि धनु में प्रवेश करते हैं. इस अवधि में कई तरह के नियमों का ध्यान रखा जाता है. साथ ही इस अवधि में सूर्य देव की पूजा-अर्चना करना काफी शुभ माना जाता है.
किस दिन समाप्त होगा खरमास?
रविवार, 15 दिसंबर 2024 से खरमास की शुरुआत हुई थी, जिसका समापन मंगलवार, 14 जनवरी यानी मकर संक्रांति के दिन होने जा रहा है. यानी, मकर संक्रांति वह दिन है, जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है. ऐसे में इस दिन के बाद से शुभ व मांगलिक कार्य किए जा सकेंगे. इस दिन मकर संक्रांति का पर्व भी मनाया जाएगा. 14 जनवरी, मंगलवार को तड़के 3.19 बजे खरमास का अंत होगा और पुनर्वास नक्षत्र 10.27 बजे सुबह मकर संक्रांति के अवसर पर खिचड़ी का भोग लगाने के बाद सूर्य उत्तरायण हो जाएगा.
कर सकेंगे ये काम
खरमास की समाप्ति के बाद धार्मिक व मांगलिक कार्य जैसे वैवाहिक कार्यक्रम, मुंडन संस्कार, गृह प्रवेश, जनेऊ संस्कार आदि किए जा सकेंगे. इसी के साथ खरमास की समाप्ति के बाद नया वाहन, घर या प्रॉपर्टी खरीदना या फिर नए काम की शुरुआत करना भी शुभ होता है.
क्यों लगता है खरमास
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, सूर्य देव प्रतिमाह राशि परिवर्तन करते हैं. जब सूर्य बृहस्पति की राशि में धनु और मीन राशि में प्रवेश करता है, तब खरमास की अवधि प्रारंभ होती है. यह ध्यान देने योग्य है कि मार्च के महीने में सूर्य मीन राशि में प्रवेश करते हैं, जिससे वर्ष का पहला खरमास आरंभ होता है. इसी प्रकार, वर्ष के दूसरे खरमास की शुरुआत धनु राशि में प्रवेश करने के बाद होती है.