Train Accident Kanpur : यूपी के कानपुर में एक बड़ा हासदा टल गया. दरअसल, यहां एक बार फिर ट्रेन को पलटाने की साजिश देखने को मिली. लोको-पायलट ने ट्रैक पर सिलेंडर को देख आपातकालीन ब्रेक लगा कर मालगाड़ी को रोक दिया और इसके साथ ट्रेन को पटरी से उतारने की कोशिश नाकाम हो गयी. कानपुर देहात जिले में रेलवे ट्रैक पर छोटा वाला एक गैस सिलेंडर मिला है.
Kanpur Train Accident : कानपुर में रेलवे ट्रैक पर एलपीजी का छोटा सिलेंडर मिला है. हालांकि, लोको पायलट ने मालगाड़ी को सिलेंडर से टकराने से पहले ही आपातकालीन ब्रेक लगाकर रोक दिया, जिसकी वजह से एक बड़ा हादसा होने से टल गया है. इससे पहले कालिंदी एक्सप्रेस के आगे ट्रैक पर एलपीजी सिलेंडर के अलावा पेट्रोल और बारूद भी मिला था. उत्तर प्रदेश के कानपुर में लगभग एक महीने के भीतर यह तीसरी घटना है, जब रेल सेवा को बाधित करने की कोशिश की गयी है. ट्रेन को धमाके से उड़ाने की साजिश रची गयी है.
#WATCH | Kanpur, Uttar Pradesh: Police personnel inspect the spot where a 5-litre empty gas cylinder was found on tracks just as a goods train was about to pass through, at Prempur Station earlier today. pic.twitter.com/6wdsrpAZKg
— ANI (@ANI) September 22, 2024
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, नॉर्थर्न सेंट्रल रेलवे के प्रयागराज डिवीजन के पेरम्बूर रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर एलपीजी का छोटा सिलेंडर मिला. इस ट्रेक से मालगाड़ी गुजरने वाली ही थी. लोको पायलट ने गैस सिलेंडर को देखते हुए मालगाड़ी को रोक दिया. इस वजह से एक बड़ा हादसा टल गया.
पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार यह घटना तब हुई जब मालगाड़ी कानपुर से प्रयागराज की ओर जा रही थी. रविवार सुबह मालगाड़ी के लोको-पायलट ने सिलेंडर देखते ही आपातकालीन ब्रेक लगा दिया. इससे ट्रेन को पटरी से उतारने की कोशिश नाकाम हो गयी. सुबह करीब 8.10 बजे आरपीएफ ने सूचना दी कि प्रेमपुर स्टेशन से इलाहाबाद की तरफ जाने वाले रेलवे मार्ग पर लाल रंग का एक सिलेंडर पटरी पर रखा हुआ है. इस सूचना पर स्थानीय पुलिस ने तत्काल प्रेमपुर रेलवे स्टेशन पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया. यह पाया गया कि लाल रंग का खाली सिलेंडर पटरी पर रखा हुआ था.
कानपुर पूर्व के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) श्रवण कुमार सिंह के अनुसार खोजी कुत्तों को काम पर लगाया गया और फोरेंसिक विशेषज्ञों को भी बुलाया गया. एलपीजी सिलेंडर खाली था. लोको पायलट ने रेलवे अधिकारियों को सतर्क किया, जिन्होंने रेलवे आरपीएफ और कानपुर पुलिस को सूचना दी और मामले की जांच शुरू की गयी.
(इनपुट पीटीआई)