Jitan Sahani Murder Case: बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी के हत्यारों का पुलिस ने पता लगा लिया है. मुकेश सहनी के पिता की किसने हत्या की और क्यों की इस बात का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने मामले में मुख्य आरोपी काजिम अंसारी को गिरफ्तार किया है .एसएसपी जगुनाथरड्डी जलारड्डी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मामले में उन्होंने कई महत्वपूर्ण जानकारी दी है.
Mukesh Sahani Father Murder: वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी हत्याकांड पर एसएसपी जगुनाथरड्डी जलारड्डी ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा खुलासा किया. उन्होंने बताया कि सोमवार की देर रात जो घटना हुई उस मामले में मोहम्मद काजिम अंसारी की गिरफ्तारी हुई है. जीतन सहनी की हत्या पैसे के लेन-देन को लेकर की गई थी. पुलिस ने दरभंगा जिले के धनश्यामपुर थाने के सुपौल बाजार से 40 वर्षीय काजिम अंसारी को गिरफ्तार किया है. अनुसार काजिम अंसारी ने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. 2022 में एक लाख रुपये ब्याज पर लिया था. 2023 में 50 हजार रुपये 4 प्रतिशत के ब्याज पर और लिया. ब्याज लगातार बढ़ रहा था. जमीन के कागज गिरवी रखा था. दो दिन पहले ब्याज कम करने को झगड़ा हुआ था. इस मामले को लेकर उसने घटना को अंजाम दिया.
जीतन सहनी से आरोपी ने लिया था कर्ज
पुलिस के अनुसार काजिम अंसारी कपड़े की दुकान चलाता था, जो पूंजी के अभाव में काफी दिनों से बंद थी. बेरोजगार काजिम ने जीतन सहनी से तीन किस्तों में 1.5 लाख का कर्ज लिया था. इसके लिए उसे अपनी जमीन 4% मासिक ब्याज दर पर गिरवी रखनी पड़ी थी. आरोपी ने बताया कि वह पैसे चुकाने में सक्षम नहीं था. इसी क्रम में 12 जुलाई को काजिम अंसारी और उसका एक साथी मो सितारा उर्फ छेदी मृतक से ब्याज की रकम कम कर कर्ज चुकाने और जमीन वापस करने की बात करने गए थे, जिस पर दोनों पक्षों के बीच काफी कहासुनी हुई थी.
कुछ इस तरह से घुसा था घर
काजिम अंसारी को जब कोई उपाय नहीं सूझा तो उसने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर जबरन लोन के कागजात छीनने की योजना बनाई. घटना की रात काजिम ने रात 10 से 11 बजे के बीच मृतक के घर के सामने वाली गली में रेकी की, जो पास में लगे सीसीटीवी फुटेज में भी दिख रहा है. इसके बाद रात करीब डेढ़ बजे काजिम और उसके साथी पिछले दरवाजे से घर में घुसे. दरवाजे में अंदर का ताला नहीं था.
चाबी नहीं मिली तो अलमीरा को तालाब में फेंक दिया
अंदर घुसने के बाद आरोपियों ने मृतक को जगाया और धमकाते हुए जमीन और लोन के कागजात मांगे. लेकिन, जीतन सहनी ने गाली-गलौज शुरू कर दी. इस पर काजिम गुस्से में आ गया और मृतक पर चाकू से हमला कर दिया. बाकी लोगों ने मृतक के हाथ-पैर पकड़ लिए. हत्या करने के बाद आरोपियों ने कागजात वाली अलमारी की चाबी ढूंढने की कोशिश की, लेकिन चाबी नहीं मिली. इस पर आरोपियों ने अलमारी को बंद अवस्था में ही पानी में फेंकने का फैसला किया, ताकि सारे कागजात गल कर नष्ट हो जाएं. सभी ने मिलकर लकड़ी की अलमारी को घर के पीछे एक छोटे से तालाब में फेंक दिया और वहां से भाग गए.
पुलिस के लिए चुनौती बन गई थी
बता दें कि मंगलवार की सुबह दरभंगा में वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी के पिता का शव क्षत विक्षत अवस्था में मिला था. बदमाशों ने उनकी निर्मम हत्या कर दी थी. इस खबर के फैलते ही बिहार की सियासत गरमा गई. नीतीश सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई. सीएम खुद इस केस को लेकर पुलिस अधिकारी को निर्देश दिए. इस केस की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया. पुलिस के लिए यह केस चुनौती बनी हुई थी. वहीं, इस मामले में अब एसएसपी ने बड़ा खुलासा किया है.
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