Jamshedpur News : महापर्व छठ को देखते हुए बारीडीह क्षेत्र के सभी प्रमुख घाटों पर तैयारी तेज है. नगर निकाय और स्थानीय पूजा समितियां सफाई से लेकर सुरक्षा तक हर व्यवस्था मजबूत कर रही हैं. पिछले एक सप्ताह से लगातार सफाई अभियान चल रहा है, लेकिन विसर्जन सामग्री नदी किनारे छोड़ देने की प्रवृत्ति से सफाई कर्मियों की मेहनत बेअसर हो जा रही है. सुबह घाट चकाचक दिखते हैं और शाम तक फिर कचरे का ढेर लग जाता है.
नगर निकाय व समिति के सदस्यों ने अपील की है कि पूजन सामग्री नदी में न फेंकें बल्कि निर्धारित स्थान पर ही डालें, ताकि घाट स्वच्छ और सुरक्षित रह सके.
- भोजपुरी छठ घाट: सुरक्षा तैयारी, विसर्जन सामग्री से कठिनाई
भोजपुरी घाट पर सफाई लगातार की जा रही है, फिर भी कई लोग अब भी सामग्री नदी किनारे फेंक रहे हैं. सफाईकर्मी उसे इकट्ठा करने में लगे रहते हैं. यहां पानी गहरा है, इसलिए दो चेंजिंग रूम और गोताखोरों की तैनाती की योजना है. हाईमास्ट लाइट पहले से है और आने-जाने के रास्ते पर अतिरिक्त लाइटिंग लगायी जाएगी. समितियां पूरे इलाके को आकर्षक तरीके से सजाने में जुटी हैं.
- निराला पथ छठ घाट: गहराई से होगी परेशानी
निराला पथ घाट की साफ-सफाई की जिम्मेदारी जेएनएसी के पास है. यहां भी पूजा समितियों द्वारा छोड़ी गयी सामग्री हटाई जा रही है. घाट के एक हिस्से में सीढ़ियां हैं और दूसरा हिस्सा ढलान वाला है. दोनों तरफ पानी काफी गहरा है, जिससे व्रतियों को अधिक सावधानी की जरूरत होगी. स्थानीय युवा भी लगातार श्रमदान कर घाट तैयार कर रहे हैं. पूजा समितियां यहां दूध, दातुन, चाय और बिस्कुट आदि नि:शुल्क उपलब्ध कराती हैं.
- जिला स्कूल घाट: सबसे जोखिमभरा, चौकन्ना रहना जरूरी
जिला स्कूल छठ घाट की स्थिति ज्यादा खतरनाक बतायी गयी है. घाट का रास्ता ढलानदार और कच्चा है. जेसीबी लगाकर रास्ता सुधारा गया है, फिर भी व्रतियों को सावधानी रखनी होगी. यहां भी समितियां लाइटिंग और बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराती हैं. नदी का किनारा काफी गहरा है, जो सबसे बड़ी चुनौती है.
- डीएस फ्लैट छठ घाट: सुविधाएं पूरी, सब मुफ्त
डीएस फ्लैट ट्यूब कॉलोनी के दुर्गापूजा मैदान में कृत्रिम घाट बनाया गया है, जहां पिछले 10 साल से छठ पूजा हो रही है. समिति की ओर से दूध, दातुन, इडली, चाय, बिस्कुट, चिप्स और नारियल तक सब कुछ नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाता है, ताकि व्रतियों को किसी चीज़ की कमी न हो.
- कुआं मैदान में नया कृत्रिम घाट तैयार
कुआं मैदान टीएस केटू के पास कृत्रिम छठ घाट तैयार हो रहा है. विधायक पूर्णिमा साहू की पहल से बनाए जा रहे इस घाट पर स्थानीय लोग अर्घ देंगे. कॉलोनीवासी उत्साह के साथ इसमें सहयोग दे रहे हैं.
क्या कहते हैं छठसेवी
रमरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि वे 15 साल से व्रतियों की सेवा में लगे हैं और यह परंपरा बिना रुके जारी रहेगी.
संजीव मिश्र ने बताया कि व्रतियों की सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता है और इस साल भी सेवा शिविर में जरूरी इंतजाम होंगे.
संजीव कुमार के अनुसार, छठ के दिनों में सभी सुविधाएं नि:शुल्क उपलब्ध करायी जाती हैं और तैयारियां तेजी पर हैं.
प्रशासन की अपील
उप नगर आयुक्त कृष्ण कुमार ने कहा कि सफाई कर्मी लगातार जुटे हैं, लेकिन आमजनों का सहयोग बेहद जरूरी है.
पूजन सामग्री को नदी तट पर फेंकना परेशानी बढ़ा रहा है. सब मिलकर घाटों को स्वच्छ रख सकते हैं.
युवाओं का समर्पण: “आस्था का तट” खुद बनाते हैं
शहर के कई युवा बीते वर्षों की तरह इस बार भी पूरी निष्ठा से श्रमदान कर रहे हैं. शुक्रवार को बारीडीह के विभिन्न घाटों पर युवाओं की टीम काम में जुटी दिखी.
प्रशांत कुमार, साहिल तिवारी, निखिल और आकाश कुमार जैसे युवक हर साल 4-5 दिन समर्पित कर घाटों को तैयार करते हैं. इनका मानना है कि यह सिर्फ जिम्मेदारी नहीं बल्कि आस्था और संस्कार से जुड़ा कार्य है.
युवाओं के विचार
- “हम 8-9 साल से घाट की सफाई कर रहे हैं. यह सेवा हमारी श्रद्धा है.” – प्रशांत कुमार
- “बचपन से यह काम करते आए हैं, आगे भी जारी रहेगा.” – साहिल तिवारी
- “हम अपने स्तर से श्रमदान कर व्रतियों के लिए सुविधाएं जुटाते हैं.” – निखिल कुमार
- “छठ से पहले घाटों को दुरुस्त करना हमारा संकल्प बन चुका है.” – आकाश कुमार
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