JAC 12th Science Topper 2025
JAC 12th Science Topper 2025:झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) द्वारा हाल ही में जारी 12वीं साइंस के नतीजों ने पूरे राज्य में उम्मीद और प्रेरणा की नई लहर ला दी है. इन परिणामों में कई छात्रों ने अपनी मेहनत का परचम लहराया है, लेकिन एक नाम जिसने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है, वह है पश्चिमी सिंहभूम के अंकित कुमार साह. अंकित ने 476 अंक प्राप्त कर न सिर्फ राज्य में टॉप किया है, बल्कि अपनी असाधारण उपलब्धि से यह साबित कर दिया है कि सपने देखने और उन्हें पूरा करने के लिए आर्थिक परिस्थितियां नहीं, बल्कि दृढ़ इच्छाशक्ति और अटूट हौसला मायने रखता है.
एक छोटे से चाय की दुकान चलाने वाले पिता के बेटे अंकित ने विषम परिस्थितियों में भी अपनी पढ़ाई का जुनून नहीं छोड़ा और आज वह लाखों छात्रों के लिए प्रेरणा बन गए हैं. उनकी यह कहानी सिर्फ अकादमिक सफलता की नहीं, बल्कि अदम्य साहस, लगन और अटूट पारिवारिक समर्थन की एक जीवंत मिसाल है, जो हमें याद दिलाती है कि सच्ची मेहनत कभी बेकार नहीं जाती.
अंकित के पिता अनिल साह एक छोटी सी चाय की दुकान चलाते हैं. परिवार की आर्थिक स्थिति भले ही मजबूत न रही हो, लेकिन अंकित की पढ़ाई के प्रति लगन और उनके पिता का अटूट समर्थन हमेशा उनके साथ रहा. चाय की दुकान के पीछे बैठकर पढ़ाई करने वाले अंकित ने कभी भी हालातों को अपने सपनों पर हावी नहीं होने दिया.
अंकित सिर्फ JAC बोर्ड के टॉपर ही नहीं, उन्होंने JEE Main 2025 में भी 99.68 परसेंटाइल हासिल कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है. उनका अगला लक्ष्य अब JEE एडवांस्ड को क्रैक कर देश के टॉप आईआईटी में कंप्यूटर साइंस में दाखिला लेना है. उनका सपना देश के तकनीकी विकास में योगदान देना है.
अंकित अपनी सफलता का श्रेय अपनी नियमित पढ़ाई, समय के सही प्रबंधन और पुराने प्रश्न पत्रों के अभ्यास को देते हैं. उन्होंने मोबाइल और सोशल मीडिया से दूरी बनाकर पढ़ाई को अपनी प्राथमिकता बनाया. स्कूल के शिक्षकों और स्थानीय कोचिंग संस्थान से मिले मार्गदर्शन ने भी उनकी राह आसान की.
जब अंकित का नाम राज्य के टॉपर के रूप में घोषित हुआ, तो उनके पिता अनिल साह की आंखों में खुशी के आंसू आ गए. उन्होंने कहा, “बेटे ने हमारी मेहनत और संघर्ष को सम्मान दिया है. अब उसका सपना IITian बनना है, और हम उसके साथ हैं.”
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