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Indian Railways: ट्रेन को हादसों से बचाने के लिए सरकार का बड़ा फैसला, इंजन के सामने और कोच में लगेंगे 8 कैमरे

Published by
HelloCities24
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Indian Railways: देश में लगातार हो रहे रेल हादसों के बीच रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का बड़ा फैसला आया है. रेलवे ट्रैक पर रखे जा रहे विस्फोटक पत्थरों व सिलेंडर को लेकर रेल मंत्रालय अब इंजन और कोच में कैमरे लगाने जा रहा है. रेल मंत्रालय के अनुसार एक ट्रेन में कुल 8 कैमरे लगाए जाएंगे.

एक ट्रेन में कुल 8 कैमरे लगाए जाएंगे.

Indian Railways: ट्रेन को हादसों से बचाने के लिए सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने बुधवार को बड़ा फैसला लिया. शरारती तत्वों द्वारा पटरियों पर कील, पत्थर व विस्फोटक सामग्रियां से होने वाली घटना को रोकने के लिए ट्रेन में कैमरे लगाने का फैसला लिया है. रेल मंत्रालय के अनुसार एक ट्रेन में कुल 8 कैमरे लगाए जाएंगे. ट्रेन के इंजन के सामने, कोच के कॉरिडोर में और ट्रेन के बाहर कैमरे लगाए जाएंगे.

कैमरे लगाने के लिए टेंडर प्रक्रिया 3 महीने के अंदर पूरी की जाएगी. कैमरे लगाने के टेंडर में 1,000 से 1,200 रुपये तक खर्च हो सकते हैं. रेल मंत्रालय पटरियों की सुरक्षा के लिए खुफिया तंत्र को और बेहतर बनाना चाहता है. सभी राज्यों के डीजीपी को रेलवे ट्रैक की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा गया है.

जानें, ट्रेन में कहां लगेंगे कैमरे

  1. इंजन के सामने और साइड में कैमरे लगाए जायेंगे कैमरे.
  2. इंजन और कोच में कैमरे लगाए जायेंगे.

इंजन के सामने कैमरे लगने से ट्रैक की बढ़ेगी सुरक्षा

40,000 कोच, 14,000 लोकोमोटिव और 6000 ईएमयू को एआई-संचालिय सीसीटीवी कैमरों से लैस करने की योजना है. इंजन और कोच में लगेंगे कैमरे, इंजन के सामने और साइड में लगेंगे कैमरे, कोच के साइड और गार्ड कोच में भी लगेंगे कैमरे यानी एक ट्रेन में कुल 8 कैमरे लगेंगे. इंजन के सामने कैमरे लगने से ट्रैक की सुरक्षा बढ़ेगी.

रेलवे बोर्ड ने अपने सभी जोन को दिए निर्देश

रेलवे बोर्ड ने अपने सभी जोन को निर्देश दिये हैं कि वे पटरियों के आसपास से इस्तेमाल में नहीं आ रही सभी इंजीनियरिंग सामग्री, रेल सामग्री और अन्य उपकरणों को तुरंत हटा दें, ताकि शरारती तत्व इनका दुरुपयोग नहीं कर सकें और रेल परिचालन की सुरक्षा को खतरा न पहुंचा पाएं. बोर्ड ने सभी जोनों को नौ सितंबर से एक सप्ताह लंबा सुरक्षा अभियान शुरू करने को कहा है. रेलवे पटरियों पर गैस सिलेंडर, सीमेंट ब्लॉक आदि जैसी विभिन्न प्रकार के अवरोधक रखकर सुरक्षित रेल परिचालन को बाधित करने के मकसद उपद्रवियों द्वारा कथित प्रयास किए जाने की कुछ घटनाओं के बाद यह फैसला लिया है.

रेल पटरियों पर कुछ भी रखना दंडनीय अपराध

रेल मंत्रालय ने लोगों को आगाह करते हुए कहा, जिम्मेदार नागरिक बनें और सुरक्षित रेल परिचालन में सहयोग दें. रेल पटरियों पर कुछ भी रखना या छेड़छाड़ करना एक दंडनीय अपराध है. यह यात्रियों की सुरक्षा के लिए घातक साबित हो सकता है.

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