Hill Stations: देशभर में भीषण गर्मी और लू के कहर से जूझ रहे लोगों ने अब ठंडे और शांत पर्यटन स्थलों का रुख करना शुरू कर दिया है. मैदानी इलाकों में पारा लगातार चढ़ने के साथ ही, हिल स्टेशनों और ठंडे इलाकों में स्थित पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की भीड़ उमड़ पड़ी है, जिससे इन जगहों पर खासी रौनक देखने को मिल रही है.
दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान और गुजरात जैसे राज्यों में जहां तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है, वहीं लोग इस चिलचिलाती गर्मी से निजात पाने के लिए पहाड़ों और समुद्र तटों की ओर पलायन कर रहे हैं.
उत्तरी भारत में–
- शिमला, मनाली, कुल्लू और धर्मशाला (हिमाचल प्रदेश): ये हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हैं जहां लोग ठंडी हवा, बर्फ से ढकी चोटियों और हरी-भरी वादियों का आनंद लेने के लिए बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं. होटलों और गेस्ट हाउसों में अग्रिम बुकिंग (advance booking) तेजी से बढ़ रही है.
- मसूरी, नैनीताल, औली और चोपता (उत्तराखंड): उत्तराखंड के ये खूबसूरत हिल स्टेशन भी पर्यटकों की पहली पसंद बने हुए हैं. शांत झीलों, घने जंगलों और साहसिक गतिविधियों का लुत्फ उठाने के लिए लोग यहां पहुंच रहे हैं.
- लेह-लद्दाख: अपनी अनूठी संस्कृति, शानदार परिदृश्य और साहसिक गतिविधियों के लिए लेह-लद्दाख भी गर्मी से राहत पाने के इच्छुक लोगों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य बन गया है.
दक्षिणी भारत में–
- ऊटी, कोडाइकनाल और मुन्नार: दक्षिण भारत के इन हिल स्टेशनों पर भी तापमान मैदानी इलाकों की तुलना में काफी कम रहता है, जिससे ये भी पर्यटकों के लिए आकर्षक विकल्प बन गए हैं.
- गोवा: समुद्र तटों और नाइटलाइफ के लिए मशहूर गोवा भी गर्मी में राहत पाने के लिए एक बेहतर विकल्प साबित हो रहा है, हालांकि यहां की गर्मी मैदानी इलाकों जितनी नहीं होती है, फिर भी समुद्री हवाएं कुछ राहत देती हैं.
पूर्वी भारत में-
दार्जिलिंग (पश्चिम बंगाल), अपनी खूबसूरत चाय बागानों, टॉय ट्रेन और कंचनजंगा के शानदार नज़ारों के लिए जाना जाता है, यहां भी बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं. पूर्वी भारत के लोगों के लिए यह एक पसंदीदा ठिकाना बन गया है.
पर्यटन उद्योग को मिला बढ़ावा
पर्यटकों की बढ़ती संख्या से स्थानीय अर्थव्यवस्था को काफी फायदा मिल रहा है. होटल व्यवसाय, टैक्सी सेवाएं, हस्तशिल्प और स्थानीय भोजनालयों में अच्छी खासी बिक्री हो रही है. पर्यटन मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि यह प्रवृत्ति अगले कुछ हफ्तों तक जारी रहने की उम्मीद है, खासकर जब तक मानसून की बारिश शुरू नहीं हो जाती.
टिप्स फॉर ट्रैवलर्स
- यात्रा की योजना बनाने से पहले मौसम की जानकारी अवश्य लें.
- होटलों और परिवहन के लिए अग्रिम बुकिंग कराएं, क्योंकि भीड़भाड़ वाले मौसम में उपलब्धता मुश्किल हो सकती है.
- पहाड़ी इलाकों में यात्रा करते समय पर्याप्त गर्म कपड़े रखें, क्योंकि शाम को तापमान गिर सकता है.
- अपने साथ प्राथमिक उपचार किट अवश्य रखें.
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