Smart City के प्रोजेक्ट को पूरा करने का डेडलाइन जून है. अब इसको बीतने में ज्यादा दिन नहीं बचे हैं. बावजूद, इसके चार बड़ी योजनाएं अबतक अधूरी है.
Bhagalpur Smart City Project के शेष परियोजनाओं का काम जिस तरह से चल रहा है, उससे इस माह में पूरी होने की उम्मीद कम है. 18 जून मंगलवार को स्मार्ट सिटी की योजनाओं की समीक्षा प्रबंध निदेशक सह नगर आयुक्त नितिन कुमार सिंह ने की है और सभी ऑनगोइंग योजनाओं को शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया है.
कार पार्किंग चालू है, फिर भी अधूरी योजनाओं में शामिल
Smart City कंपनी की ओर से प्रबंध निदेशक सह नगर आयुक्त को बताया गया कि 19 में 15 परियोजनाओं को पूरी कर ली गयी है. बरारी घाट, मल्टीलेवल ऑटेमेटेड कार पार्किंग व एयरपोर्ट की परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है. यानी, कार पार्किंग की योजना अभी भी अधूरी है. भैरवातालब को छोड़कर शेष तीन परियोजनाओं को भौतिक प्रगति 85 प्रतिशत से अधिक बताया है.
भैरवा तालाब के सौंदर्यीकरण का काम चालू करने का निर्देश
भैरवा तालाब के सौंदर्यीकरण का कार्य को चालू करने का निर्देश मिला है. यानी, काम अभी भी ठप है. स्मार्ट सिटी कंपनी ने प्रबंध निदेशक को बताया कि संवेदक को शीघ्र कार्य प्रारंभ करने काे कहा गया है.
दावा 85 प्रतिशत से ज्यादा काम पूरा करने का
स्मार्ट सिटी कंपनी ने प्रबंध निदेशक को बताते हुए दावा किया है कि हवाई अड्डा, रिवर फ्रंट डेवलपमेंट (बरारी) का कार्य प्रगति 85 प्रतिशत से ज्यादा है.
कौन सी योजनाओं पर कितनी राशि हो रही खर्च...जनिए
- रीवर फ्रंट डेवलपमेंट : 169.25 करोड़ रुपये
- भैरवा तालाब सौंदर्यीकरण : 40.42 करोड़ रुपये
- हवाई अड्डे का परिधिय विकास : 14.10 करोड़ रुपये
- मल्टीलेवल ऑटोमैटेड कार पार्किंग : 9.54 करोड़ रुपये
Bhagalpur Smart City सोसाइटी का अबतक रजिस्ट्रेशन नहीं
स्मार्ट सिटी की पूर्ण सभी योजनाओं का मेंटेनेंस सोसाइटी से होना है. सोसाइटी गठित हो गयी है. भागलपुर स्मार्ट सिटी के नाम से गठित सोसाइटी का रजिस्ट्रेशन अबतक नहीं हो सका है. इसका रजिस्ट्रेशन नगर विकास और आवास(यूडीएचडी) विभाग से होना है. लेकिन, स्मार्ट सिटी कंपनी की ओर से रजिस्ट्रेशन के लिए यूडीएचडी को अब तक फाइल नहीं भेजी जा सकी है. जबकि, सोसाइटी गठित होने से कई महीने बीत चुके हैं. बाकी के चार योजनाएं जब पूरी हो जायेगी, तो कंपनी के पास कोई नया काम कराने के लिए नहीं रह जायेगा. बावजूद, इसके गठित सोसाइटी के रजिस्ट्रेशन की दिशा में कदम आगे नहीं बढ़ा रहा है. गठित सोसाइटी में अध्यक्ष यूडीएचडी के प्रभारी सचिव, सदस्य के रूप में जिला पदाधिकारी, आरक्षी अधीक्षक व मेयर एवं सदस्य सचिव के रूप में नगर आयुक्त शामिल हैं. सृजित परिसंपत्तियों का स्थायी रखरखाव, शुल्क संग्रहण एवं प्रबंधन की व्यवस्था संबंधित सोसाइटी द्वारा होनी है. गठित सोसाइटी का निबंधन स्मार्ट सिटी के प्रबंध निदेशक द्वारा यूडीएचडी के निर्देशानुसार कराया जाना है. गठित सोसाइटी के निबंधन संबंधी जानकारी के लिए पीआरओ पंकज कुमार को फोन करने पर रिसीव नहीं किया गया.