Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन के अंदर सीट बंटवारे को लेकर टकराव गहराता जा रहा है. कांग्रेस और वाम दल, राजद की कैडर वोट वाली मजबूत सीटों पर दावेदारी कर रहे हैं, जिससे सीट शेयरिंग को लेकर पेच और उलझ गया है. करीब 20-22 सीटों को लेकर राजद और कांग्रेस आमने-सामने हैं, जबकि वाम दलों की भी अपनी अलग मांगें हैं. माना जा रहा है कि अब यह मसला सोनिया गांधी और लालू प्रसाद यादव जैसे शीर्ष नेताओं तक पहुंचे बिना नहीं सुलझेगा.
कांग्रेस की रणनीति: राजद के वोट बैंक वाली सीटें चाहिए
कांग्रेस ने जिन सीटों पर दावा ठोका है, वे अधिकतर यादव-मुस्लिम बहुल सीटें हैं, जो परंपरागत रूप से राजद का मजबूत क्षेत्र रहा है. कांग्रेस का मानना है कि महागठबंधन में रहते हुए ऐसे वोट आसानी से उसके पक्ष में ट्रांसफर हो सकते हैं. इसके अलावा कांग्रेस वाम दलों के प्रभाव वाली सीटों पर भी नज़र गड़ाए हुए है, जहां कैडर वोट ट्रेंड साफ होता है.
इसे भी पढ़ें-बिहार विधानसभा में विपक्ष के काले कपड़ों पर नीतीश कुमार ने कसा तंज, खूब बरसे सीएम
वाम दलों की डिमांड और मगध पर फोकस
वाम दलों ने भी राजद से मगध क्षेत्र की कुछ सीटों पर दावा जताया है. उनके अनुसार इन क्षेत्रों में उनका आधार पुराना और मज़बूत है. राजद के साथ वे सीट साझेदारी में रियायत की उम्मीद कर रहे हैं. इस मुद्दे पर दोनों पक्षों के बीच उच्च स्तरीय बातचीत चल रही है.
महागठबंधन में सीट शेयरिंग का फार्मूला
सूत्रों के मुताबिक, महागठबंधन में सीट वितरण पिछली लोकसभा चुनाव के आधार पर तय हो रहा है. यानी जिस दल ने जिस लोकसभा क्षेत्र में चुनाव लड़ा था, उसे उसी दायरे की विधानसभा सीटें मिलेंगी. हालांकि वाम दलों को कुछ रियायत मिल सकती है. कांग्रेस की स्थिति कमजोर मानी जा रही है, क्योंकि उसके पास खुद का कैडर बेस नहीं है.
VIP को कौन देगा सीट?
महागठबंधन में वीआईपी पार्टी को सभी सहयोगी अपने-अपने कोटे से सीट देंगे. लेकिन अब तक यह साफ नहीं है कि उसे कितनी सीटें दी जाएंगी. यह भी चर्चा का विषय बना हुआ है.
इसे भी पढ़ें-टेकऑफ के तुरंत बाद रूसी विमान लापता, संकट में 50 लोग की जान
इसे भी पढ़ें-पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान की सियासी जमीन हिली! 7 भरोसेमंद नेता दोषी, 10 साल की कैद
इसे भी पढ़ें-स्कूल से टकराया बांग्लादेश एयरफोर्स का विमान, आसमान में छाया धुआं, बच्चे डरकर भागे