Chhath Puja 2025: लोक आस्था के महान पर्व छठ के तीसरे दिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना स्थित एक अणे मार्ग के सरकारी आवास पर अस्त होते सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया. पूजा से पूर्व उन्होंने एक्स पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए लिखा कि चार दिवसीय छठ महापर्व आत्मानुशासन और निर्मल मन से की जाने वाली उपासना है. उन्होंने राज्य की खुशहाली, शांति और विकास के लिए भगवान सूर्य से प्रार्थना भी की.
इस बार गंगा घाट का दौरा नहीं किया
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आचार संहिता लागू होने के चलते मुख्यमंत्री ने इस वर्ष पटना के गंगा घाटों का पारंपरिक निरीक्षण नहीं किया. आम तौर पर वह दिवाली के बाद घाटों की तैयारियों का जायज़ा लेते हैं और शाम के अर्घ्य के दौरान घाटों पर जाकर व्रतियों से मुलाकात भी करते रहे हैं, लेकिन इस बार उन्होंने आवास पर ही पूजा संपन्न की.
मंगलवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर पूर्ण होगा पर्व
शनिवार को नहाय-खाय से शुरू हुए इस अनुष्ठान में खरना के बाद व्रती 36 घंटे तक जल-अन्न त्याग कर उपवास रखते हैं. सोमवार की संध्या में डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया गया. मंगलवार सुबह उगते सूर्य की पूजा के साथ यह कठोर व्रत पूरा होगा, जिसके बाद श्रद्धालु पारण कर व्रत समाप्त करेंगे.
व्रतियों की सुविधा के लिए व्यापक इंतज़ाम
पटना जिला प्रशासन ने गंगा तट और अन्य जलाशयों पर छठ व्रतियों के लिए विशेष व्यवस्थाएं की हैं. जिले में लगभग 550 छठ घाट तैयार किए गए हैं. नगर निगम क्षेत्र में गंगा किनारे 102 घाटों के साथ करीब 45 पार्क और 63 तालाबों पर भी अर्घ्य देने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. सभी स्थानों पर अधिकारी नागरिक सुविधाओं और सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत न हो.
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