Bhagalpur News: भागलपुर शहर के कई मोहल्लों में शनिवार को बिजली आपूर्ति घंटों ठप रहेगी. बिजली विभाग खुले तारों को हटाकर सुरक्षा के लिहाज से कवर्ड वायर लगाने का काम करेगा. इसके लिए फीडर बंद रखे जाएंगे. काम दोपहर तक चलेगा, जिससे आम लोगों को बिजली कटौती झेलनी होगी.
किन इलाकों में कब तक रहेगी बिजली बंद?
मोजाहिदपुर सब डिवीजन के सहायक अभियंता जितेंद्र कुमार के अनुसार, रामनगर कॉलोनी से सूरत नगर कॉलोनी होते हुए महादेव तालाब तक 11 केवी लाइन के पुराने तारों को हटाकर नये कवर्ड वायर बिछाने का काम किया जायेगा. यह काम सुबह 10 बजे से शुरू होकर शाम पांच बजे तक चलेगा. इस दौरान पूरे इलाके में बिजली सप्लाई पूरी तरह ठप रहेगी.
वहीं तिलकामांझी सब डिवीजन के सहायक अभियंता विक्रम कुमार सिंह ने बताया कि बरारी उपकेंद्र के डेडिकेटेड फीडर से जुड़े इलाकों में भी शनिवार को 11 केवी लाइन की मरम्मत की जायेगी. इसके लिए दोपहर 12 बजे से तीन घंटे के लिए फीडर बंद रखा जायेगा. इस कारण दोपहर 3 बजे तक वहां भी बिजली नहीं रहेगी.
किसलिए जरूरी है यह काम?
खुले तारों के कारण आये दिन दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है. कई बार बारिश में करंट फैलने की घटनाएं हो चुकी हैं. ऐसे में विभाग कवर्ड वायर लगाकर न केवल बिजली व्यवस्था को मजबूत कर रहा है, बल्कि सुरक्षा भी सुनिश्चित कर रहा है. कार्य पूरा होने के बाद इन इलाकों में फॉल्ट की आशंका भी कम होगी.
Dhanbad News: धनबाद के जामाडोबा जल संयंत्र केंद्र से 18 इंच पाइपलाइन के जरिये पानी आपूर्ति होनी थी, लेकिन शुक्रवार को पूरे दिन एक बूंद पानी नहीं मिला. कारण यह रहा कि संयंत्र केंद्र में बिजली हर घंटे दो घंटे के लिए कटती रही, जिससे जल भंडारण बाधित हो गया. 12 एमजीडी व 9 एमजीडी पंपों से जल संग्रहण नहीं हो सका. देर शाम सात बजे से जल भंडारण कार्य शुरू किया गया. अब शनिवार को पाथरडीह, डिगवाडीह, जेलगोड़ा, भूलन बरारी, जोड़ापोखर और फुसबंगला में जल आपूर्ति की जाएगी. जेई आशुतोष राणा ने बताया कि बिजली ट्रिपिंग के कारण यह स्थिति बनी. फिलहाल प्लांट में जल संग्रहण का कार्य दोबारा शुरू हो गया है.
बिजली कटौती से जल आपूर्ति बाधित, कई इलाकों में पानी का संकट
धनबाद. जामाडोबा जल संयंत्र केंद्र में शुक्रवार को दिनभर बिजली संकट बना रहा. 18 इंच पाइपलाइन से जलापूर्ति की जानी थी, लेकिन लगातार बिजली ट्रिपिंग के कारण जल भंडारण ही नहीं हो पाया. सुबह से लेकर शाम तक हर घंटे दो घंटे के लिए बिजली गुल होती रही, जिससे 12 एमजीडी और 9 एमजीडी पंपों से जल संग्रहण नहीं किया जा सका. रात सात बजे के बाद जल भंडारण की प्रक्रिया फिर से शुरू की गई.
शनिवार को पाथरडीह, डिगवाडीह, जेलगोड़ा, भूलन बरारी, जोड़ापोखर और फुसबंगला के लोगों को पानी मिल सकेगा. क्षेत्रीय जेई आशुतोष राणा ने बताया कि बिजली आपूर्ति बाधित होने के कारण जल संयंत्र प्रभावित हुआ. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए जल संग्रहण फिर से चालू कर दिया गया है.
Bihar Chunav 2025: बिहार में महागठबंधन के मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर चल रही अटकलों पर अब विराम लग गया है. कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने स्पष्ट कर दिया है कि 2025 के विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव ही महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे. PTI को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि इस पर न कोई विवाद है, न कोई भ्रम. उन्होंने यह भी कहा कि राजद महागठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी है, इसलिए स्वाभाविक रूप से नेतृत्व उसी के पास रहेगा.
तेजस्वी को बताया ‘सबसे मजबूत दावेदार’
कन्हैया कुमार ने पहली बार खुलकर तेजस्वी यादव के पक्ष में बयान दिया है. उन्होंने कहा, “जिसके पास ज्यादा सीटें होती हैं, वही नेतृत्व करता है और हमारी गठबंधन में RJD सबसे बड़ी पार्टी है.” कन्हैया का यह रुख इसलिए भी अहम है क्योंकि अतीत में दोनों नेताओं के रिश्ते सहज नहीं माने जाते थे. 2019 में CPI से बेगूसराय से लड़ते वक्त तेजस्वी का समर्थन उन्हें नहीं मिला था.
कन्हैया ने गठबंधन की एकजुटता को जरूरी बताया. उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के लिए हर घटक दल की भूमिका अहम है. “जैसे किसी गाड़ी में ब्रेक, क्लच और मिरर सभी जरूरी होते हैं, वैसे ही महागठबंधन की हर पार्टी की अपनी जगह है. कोई बड़ा या छोटा नहीं है,” कन्हैया ने कहा.
बिहार में बदलाव का मूड, असली मुद्दे गायब कर रही भाजपा
कन्हैया ने कहा कि बिहार में इस बार बदलाव की लहर है और जनता महागठबंधन को सत्ता में देखना चाहती है. उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह चेहरे की राजनीति के जरिए बेरोजगारी, पलायन, पेपर लीक और अपराध जैसे असली मुद्दों से ध्यान भटका रही है. उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सेना और राष्ट्रवाद जैसे मुद्दों को चुनावी विमर्श से बाहर रख रही है क्योंकि बिहार के लोग इन पर भावनात्मक राजनीति नहीं चाहते.
Kolkata Physical Assault : कोलकाता के कस्बा इलाके में एक लॉ कॉलेज की छात्रा से कथित गैंगरेप की घटना सामने आई है. टेलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार, 25 जून की शाम 7:30 से 8:50 बजे के बीच यह वारदात हुई. शिकायत के बाद पुलिस ने लॉ कॉलेज के दो वर्तमान छात्रों और एक पूर्व छात्र को गिरफ्तार किया है. तीनों को शुक्रवार को अलीपुर कोर्ट में पेश किया जाएगा. घटना को लेकर बीजेपी ने ममता बनर्जी सरकार पर जमकर निशाना साधा है.
तीनों संदिग्ध हिरासत में
टलीग्राफ को एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि “तीनों संदिग्ध हिरासत में हैं. पूर्व छात्र मुख्य आरोपी है, जबकि अन्य दो की भूमिका की जांच चल रही है.” गुरुवार को दो छात्रों को तालबगान इलाके से हिरासत में लिया गया था. उनकी निशानदेही पर तीसरे, पूर्व छात्र को भी गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार आरोपियों में प्रमित मुखोपाध्याय, जैब अहमद और मनोजीत मिश्रा के नाम शामिल हैं.
Kolkata, West Bengal | Manojit Mishra, Zaib Ahmed and Pramit Mukhopadhyay have been arrested on charges of rape with a Kolkata Law College student on 25th June. The accused named in the FIR will be produced before A.C.J.M. Alipore, South 24 Parganas with a prayer to remand them…
दक्षिण 24 परगना जिले के एसीजेएम अलीपुर कोर्ट में पुलिस आरोपियों को पेश करेगी. पुलिस ने अदालत से मांग की है कि उचित जांच के लिए उन्हें पुलिस हिरासत में भेजा जाए. मामले की जांच तेज़ी से आगे बढ़ाई जा रही है और फॉरेंसिक व मेडिकल रिपोर्ट भी जुटाई जा रही है.
बीजेपी बोली- ममता बनर्जी की वजह से हो रहा है ये
घटना के बाद केंद्रीय मंत्री और पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, “राज्य में ऐसे अपराध इसलिए बढ़ रहे हैं क्योंकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इन्हें ‘छोटा मामला’ बताकर टालती रहती हैं. यह उसी सोच का परिणाम है.” बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण देती है, जिससे कानून व्यवस्था बदहाल हो चुकी है.
विमान हादसे के बाद टाटा समूह का भावुक फैसला(फोटो क्रेडिट: सोशल मीडिया)
Air India: भारत की सबसे बड़ी विमान दुर्घटनाओं में शामिल AI-171 हादसे के बाद टाटा समूह ने गंभीर कदम उठाया है. समूह के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने टाटा बोर्ड से एक विशेष राहत ट्रस्ट बनाने की अनुमति मांगी है, जिसके लिए ₹500 करोड़ का आवंटन प्रस्तावित है. यह ट्रस्ट मारे गए यात्रियों और चालक दल के परिजनों को दीर्घकालिक सहायता देने के मकसद से बनाया जाएगा.
बोर्ड बैठक में श्रद्धांजलि और प्रस्तावों की समीक्षा
टाटा समूह के नौ सदस्यीय बोर्ड ने हाल में हुई बैठक में हादसे में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी. बैठक में चंद्रशेखरन ने अब तक किए गए राहत कार्यों की जानकारी साझा की और आगे की रणनीति पर चर्चा की. बोर्ड के समक्ष ₹500 करोड़ के विशेष राहत ट्रस्ट की स्थापना का प्रस्ताव रखा गया, जिसे टाटा ट्रस्ट्स और एयर इंडिया मिलकर संचालित करेंगे. इस ट्रस्ट के माध्यम से केवल तत्काल सहायता ही नहीं, बल्कि भविष्य में शिक्षा, पुनर्वास और अन्य ज़रूरतों को भी कवर किया जाएगा.
अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद क्रैश हो गई थी. हादसे में 275 लोगों की जान गई, जिनमें 241 यात्री और 34 चालक दल के सदस्य शामिल थे. इसे भारत की अब तक की सबसे बड़ी विमान त्रासदियों में गिना जा रहा है. इस घटना के बाद चंद्रशेखरन ने एयर इंडिया के दैनिक संचालन का प्रभार खुद संभाल लिया है ताकि राहत और पुनर्गठन की प्रक्रिया तेज़ की जा सके.
निवेश और पुनर्गठन योजना भी जारी
टाटा समूह और सिंगापुर एयरलाइंस ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में एयर इंडिया में कुल ₹9,558 करोड़ का निवेश किया है. इसमें अकेले टाटा समूह ने मार्च 2025 तक ₹4,306 करोड़ और सिंगापुर एयरलाइंस ने ₹6,333.18 करोड़ का योगदान दिया है. एयर इंडिया के कायाकल्प के लिए जनवरी 2022 में अधिग्रहण के साथ ही पांच वर्षीय परिवर्तन योजना शुरू की गई थी. नवंबर 2024 में विस्तारा एयरलाइंस का एयर इंडिया में विलय हुआ, जिससे सिंगापुर एयरलाइंस को 25.1% हिस्सेदारी प्राप्त हुई.
Ahmedabad Rath Yatra: अहमदाबाद की ऐतिहासिक रथयात्रा इस बार एक अप्रत्याशित घटना का गवाह बनी, जब खड़िया इलाके में तीन हाथी अचानक बेकाबू हो गए. डीजे की तेज आवाज से चौंके हाथी गलियों में दौड़ पड़े, जिससे मौके पर अफरातफरी मच गई. हादसे में दो से चार लोग हल्के रूप से घायल हो गए. गनीमत रही कि हाथियों को जल्द काबू में कर लिया गया और रथयात्रा को दोबारा शुरू किया गया.
कैसे मची भगदड़, क्या बोले अफसर?
रथयात्रा शुक्रवार सुबह 7 बजे शुरू हुई थी. 18 हाथियों की अगुवाई में जुलूस जैसे ही खड़िया इलाके की संकरी गलियों में पहुंचा, तेज डीजे ध्वनि से चौंककर 5 से 6 हाथी असामान्य व्यवहार करने लगे. इनमें से तीन हाथी दौड़ते हुए एक पुल के नीचे जा घुसे, जिससे अफरातफरी मच गई.
अहमदाबाद पुलिस के मुताबिक, “एक हाथी उग्र हो गया था, जिसे तुरंत काबू कर लिया गया. फायर ब्रिगेड, डॉक्टर और पुलिस की टीमें तुरंत मौके पर पहुंच गईं.” घटना के बाद रथयात्रा को 15 मिनट के लिए रोकना पड़ा.
VIDEO | Gujarat: Three elephants go out of control during Jagannath Rath Yatra in Ahmedabad.
वन विभाग और महावतों की टीम ने बड़ी सूझबूझ से हाथियों को शांत किया और उन्हें संकरी गलियों से बाहर लाकर मुख्य मार्ग पर लाया गया. इसके बाद यात्रा दोबारा शुरू की गई. इस साल की रथयात्रा में 17 से 18 हाथियों का समूह सबसे आगे चल रहा था, जिनकी निगरानी के लिए स्पेशल वन मेडिकल टीम साथ चल रही थी.
Bihar Election: बिहार महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर हलचल तेज हो गई है. वाम दलों के बाद अब पप्पू यादव ने कांग्रेस को लेकर बड़ा दावा कर दिया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को कम-से-कम 90 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए, तभी महागठबंधन में गरीब, दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यकों का भरोसा बनेगा. इससे पहले सीपीआई महासचिव डी राजा ने भी तेजस्वी यादव से 24 सीटों की मांग की थी. सीट शेयरिंग पर दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है. हालांकि कांग्रेस नेता इस मामले में चुप हैं.
कांग्रेस को 90 सीटें चाहिए, तभी बदलेगा बिहार : पप्पू यादव
पप्पू यादव ने मंगलवार को एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “कांग्रेस को सौ सीटों को लक्ष्य बनाकर कम से कम 90 सीटों पर लड़ना चाहिए. बिहार में दलित, अति पिछड़ा, पिछड़ा, अल्पसंख्यक, महिला, युवा और सभी समाज के गरीब कांग्रेस के भरोसे पर ही महागठबंधन से जुड़ेंगे. अन्यथा उनका भरोसा नहीं जागेगा. बिहार में विपक्ष को सभी वर्ग का वोट चाहिए, तभी बदलाव होगा.”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को सीटों की गिनती नहीं करनी चाहिए, बल्कि ज़मीनी सच्चाई को देखना चाहिए. विपक्षी एकता तभी मजबूत होगी जब कांग्रेस के साथ समाज का विश्वास भी जुड़ा होगा.
पप्पू यादव इससे पहले भी कई बार कह चुके हैं कि कांग्रेस को बिहार में 100 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए. अब उन्होंने 90 सीटों की बात दोहराकर साफ कर दिया है कि वे पीछे हटने को तैयार नहीं हैं. महागठबंधन के भीतर सभी घटक दल अपनी-अपनी हिस्सेदारी सुनिश्चित करने में लगे हैं.
दीपंकर भट्टाचार्य की सीपीआईएमएल, सीपीआई और सीपीएम समेत वाम दल पहले ही राजद के सामने 35 सीटों की मांग रख चुके हैं. इधर वीआईपी के मुखिया मुकेश सहनी भी अपने लिए दोहरे अंकों में सीटें चाहते हैं. ऐसे में आरजेडी के लिए संतुलन बैठाना चुनौतीपूर्ण हो गया है.
क्या हो सकता है महागठबंधन का सीट फार्मूला?
सूत्रों की मानें तो 243 विधानसभा सीटों में महागठबंधन में आरजेडी को 140, कांग्रेस को 52, वाम दलों को 35 और मुकेश सहनी की वीआईपी को 15 सीटें दी जा सकती हैं. हालांकि यह केवल संभावित फार्मूला है, जिस पर औपचारिक सहमति नहीं बनी है.
अगर पशुपति पारस की RLJP भी महागठबंधन में शामिल होती है तो उन्हें भी 3-4 सीटें मिल सकती हैं. लेकिन जिन दलों ने खुलकर सीटों की मांग की है, उन्होंने संकेत दे दिया है कि इस बार वे “सम्मानजनक हिस्सेदारी” से कम में नहीं मानेंगे.
America India Deal: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को लेकर बड़ा संकेत दिया है, जिससे वैश्विक व्यापार जगत में हलचल तेज हो गई है. वाइट हाउस में आयोजित ‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ कार्यक्रम में ट्रंप ने कहा कि अमेरिका और भारत के बीच एक “बहुत बड़ी डील” संभव है. यह व्यापारिक समझौता यदि साकार होता है, तो दोनों देशों के आर्थिक रिश्तों को नई दिशा मिल सकती है. ट्रंप ने यह भी कहा कि अमेरिका भारत के बाजार को “खोलने” जा रहा है. हालांकि, अभी यह केवल संभावना है. लेकिन इसके संकेत भर से ही व्यापारिक हलकों में चर्चा शुरू हो गई है.
अमेरिका-भारत व्यापार डील: ट्रंप का इशारा, लेकिन पक्की बात नहीं.
कार्यक्रम के दौरान ट्रंप ने कहा, “हम कुछ बेहतरीन सौदे कर रहे हैं. हमारे पास एक और सौदा आने वाला है, शायद भारत के साथ बहुत बड़ा. जहां हम भारत को खोलने जा रहे हैं, वहीं चीन को भी समझौते में खोलना शुरू कर रहे हैं.” उनके इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि अमेरिका भारत के साथ व्यापार के नए अवसर तलाश रहा है. हालांकि, फिलहाल यह प्रक्रिया शुरुआती संकेतों तक ही सीमित है.
हाल ही में अमेरिका ने भारत से आयात होने वाले कुछ खास उत्पादों पर 26 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा की थी. यह 2 अप्रैल से प्रभावी होना था. लेकिन इस फैसले को 90 दिनों के लिए टाल दिया गया है. अब यह 9 जुलाई के बाद फिर से लागू हो सकता है. भारत इस टैरिफ से स्थायी छूट की मांग कर रहा है. वहीं, अमेरिका चाहता है कि भारत भी कुछ अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ छूट दे.
ट्रंप की ‘सेलेक्टिव डील’ नीति: सबके साथ नहीं होगा समझौता
अपने बयान में ट्रंप ने यह भी स्पष्ट किया कि अमेरिका हर देश के साथ व्यापारिक समझौते नहीं करेगा. उन्होंने कहा, “हम हर किसी के साथ सौदे नहीं करने जा रहे हैं. कुछ लोगों को हम सिर्फ एक पत्र भेजकर धन्यवाद कहेंगे. आपको 25, 35 या 45 प्रतिशत का भुगतान करना होगा. यह आसान तरीका है.” उनके इस बयान को अमेरिका की नई ‘सेलेक्टिव डील’ नीति के रूप में देखा जा रहा है.
इससे पहले ट्रंप ने चीन के साथ एक व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, हालांकि उन्होंने इसकी ज्यादा जानकारी साझा नहीं की. CNN की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जून की शुरुआत में अमेरिका और चीन के बीच एक नया व्यापार समझौता हुआ है. इससे पहले ट्रंप ने चीन पर कड़े टैरिफ लगाकर एक तरह से व्यापार युद्ध छेड़ दिया था, जिससे दोनों देशों के रिश्तों में तनाव आ गया था.
भारत के लिए क्या हो सकता है असर
ट्रंप के इस संकेत को भारत के लिए एक बड़े अवसर के रूप में देखा जा रहा है. इससे भारत को अमेरिकी बाजार में अधिक पहुंच मिल सकती है. साथ ही अतिरिक्त टैरिफ से राहत भी संभव है. हालांकि, यह डील अभी सिर्फ एक संभावना है. इसलिए सरकार और व्यापारिक समुदाय स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.
एनएच 80 पर यमुना बिहार कॉलोनी के मुहाने पर जलजमाव व कीचड़.
Bhagalpur News: भागलपुर शहर में जीरोमाइल से रानी तालाब के बीच की दो गलियों में रहने वाले करीब 100 परिवार इन दिनों सड़क नहीं, कीचड़ में चल रहे हैं. ठेका एजेंसी की लापरवाही से ये गलियां ‘हाउस अरेस्ट’ जैसी स्थिति में तब्दील हो गई हैं. किसी के ऑफिस जाने की राह बंद है, तो किसी के बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे. एक ओर मिट्टी काटकर रास्ते में चढ़ाई बना दी गई है, तो दूसरी ओर नाले की खुदाई अधूरी छोड़ दी गई है. बरसात में गलियों में पानी भर जाता है और बाइक से निकलना भी मुश्किल हो गया है.
एनएच-80 पर काम की गति बेहद धीमी है, और रानी तालाब के पास सड़क का निर्माण तो पूरी तरह ठप पड़ा है. एक्सटेंशन के छह महीने बीत जाने के बाद भी हालात नहीं सुधरे हैं. गलीवाले अब आवाज उठाने लगे हैं कि अगर जल्द सुधार नहीं हुआ, तो बड़ा हादसा तय है.
एनएच 80 के जीरोमाइल से रानी तालाब के बीव सड़क पर जलजमाव(HelloCities24)
गलियों में कीचड़ और गड्ढे, लोगों की जिंदगी बनी मुसीबत
जीरोमाइल से रानी तालाब की ओर जाने वाली दो गलियां इन दिनों लोगों के लिए मुसीबत का नाम बन चुकी हैं. पहली गली में कार शोरूम के पास मेन रोड को ऊंचा कर दिया गया है, और उसके किनारे की मिट्टी काट दी गई है. इससे गली में सीधी चढ़ाई बन गई है, जिस पर बाइक से चढ़ना भी रिस्क भरा हो गया है. दूसरी गली यमुना बिहार कॉलोनी की ओर है, जहां महीनों पहले नाले की खुदाई शुरू हुई थी लेकिन अब तक अधूरी है.
दोनों गलियों में बारिश के पानी का निकास नहीं है, जिससे पूरा रास्ता कीचड़ से भर चुका है. लोग अपनी गाड़ियां छोड़ पैदल ही ऑफिस और घर आने-जाने को मजबूर हैं.
एनएच-80 बना कीचड़ भरा खतरा, नाला बने बिना हो रहा सड़क निर्माण
एनएच-80 के जीरोमाइल से मिर्जाचौकी तक के हिस्से में लगभग 350 करोड़ रुपये की लागत से सड़क निर्माण हो रहा है. लेकिन रानी तालाब के पास का इलाका सबसे बुरी हालत में है. यहां बिना नाला बनाए ही सड़क बनाने का काम शुरू कर दिया गया, जिससे जलजमाव की स्थिति बन गई है. सड़क फिसलन भरी हो गई है, जिससे बाइक गिरने और टोटो पलटने की घटनाएं हो रही हैं.
अधूरी सड़क, बढ़ता हादसे का खतरा
रानी तालाब के पास सड़क निर्माण कार्य बीते कई दिनों से ठप पड़ा है. सड़क गड्ढों से भरी है, और सिर्फ एक साइड ही वाहनों के लायक छोड़ा गया है, जो बारिश में जगह-जगह बह गया है. इससे गाड़ियां टेढ़ी-मेढ़ी होकर चल रही हैं और आमने-सामने टकराने की स्थिति बन रही है.
स्थानीय लोगों की पीड़ा
रवींद्र कुमार, कछुआ मोड़: बाइक लेकर निकलने की कोशिश की, लेकिन फिसल कर गिर गया और चोट लग गई. मिट्टी काटने के बाद कोई भराई नहीं की गई.
जुली कुमारी, कछुआ मोड़: सड़क की वजह से स्कूल वैन नहीं आ पाई. बच्चों को स्कूल नहीं भेज सके.
संजीव कुमार मित्रा, कछुआ मोड़: काम की मॉनीटरिंग होती तो हम इस हाल में न होते. प्रशासन को तत्काल राहत कार्य करना चाहिए.
अमरजीत कुमार, यमुना बिहार कॉलोनी: नाला पहले बनाने की बात कही थी, लेकिन ठेका एजेंसी ने खुदाई कर छोड़ दिया और सड़क बनाने लगा. अब ऑफिस में पानी घुस जाता है.
एक्सटेंशन के बाद भी अधूरी पड़ी एनएच-80 की सड़क
एनएच-80 का निर्माण ढाई साल पहले शुरू हुआ था. तय समय पर काम पूरा नहीं होने पर 9 महीने का एक्सटेंशन मिला, लेकिन छह महीने बीत जाने के बाद भी स्थिति जस की तस है. सड़क के कई हिस्से अब भी अधूरे हैं. कीचड़ और गड्ढे इस सड़क की पहचान बन गई है. अब विभाग के पास सिर्फ तीन महीने बचे हैं और काम पूरा कर पाना एक चुनौती बन गया है.
“ठेका एजेंसी को निर्देश दिया जायेगा कि वह अविलंब दोनों गलियों के मुहाने को क्लियर करें और सड़क निर्माण का कार्य तेज करें. 09 महीने का जो एक्सटेंशन मिला है, उसमें 6 महीने बीत चुके हैं. अब टाइम एक्सटेंशन चार्ज कटेगा, तो काम में तेजी आयेगी.”-साकेत रौशन, कार्यपालक अभियंता, राष्ट्रीय उच्च पथ प्रमंडल, भागलपुर
Vande Bharat Train: भागलपुर से हावड़ा तक चल रही वंदे भारत एक्सप्रेस अब जल्द ही जमालपुर से खुलने लगेगी. रेलवे ने इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं और संचालन की तिथि व समय-सारणी जल्द घोषित की जायेगी. ट्रेन के रूट विस्तार का मकसद राजस्व बढ़ाना और अधिक यात्रियों को लाभ देना है. हालांकि, इससे भागलपुर स्टेशन पर वंदे भारत का ठहराव समय घट जायेगा.
फिलहाल जमालपुर से हावड़ा के लिए सिर्फ एक ही सीधी ट्रेन (जमालपुर-हावड़ा एक्सप्रेस) है, जिसमें हर दिन भारी भीड़ रहती है. वंदे भारत के जुड़ने से यात्रियों को एक तेज और आरामदायक विकल्प मिलेगा. भागलपुर से यह ट्रेन अब तक लगभग डेढ़ घंटे पहले प्लेटफॉर्म पर खड़ी रहती थी, जिससे यात्रियों को चढ़ने में आसानी होती थी. लेकिन जमालपुर से खुलने पर यह सुविधा थोड़ी सीमित हो जायेगी.
खाली सीटों से नुकसान, अब बढ़ेगा राजस्व
रेलवे के अनुसार, भागलपुर से खुलने पर वंदे भारत की कई सीटें खाली रह जाती थीं. इसे देखते हुए ट्रेन का प्रारंभिक स्टेशन जमालपुर करने का निर्णय लिया गया. इससे ट्रेन भरकर चलेगी और राजस्व में इजाफा होगा. सितंबर 2024 में इस ट्रेन का उद्घाटन केंद्रीय रेल राज्य मंत्री ने किया था.