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Wednesday, December 17, 2025
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Bihar News : खनन विभाग का अलर्ट मोड, अवैध खनन पर रोज की कार्रवाई तय, 10 जिलों से जवाब तलब

अवैध खनन पर रोज की कार्रवाई तय
अवैध खनन पर रोज की कार्रवाई तय.

Bihar Mining News : खान एवं भूतत्व विभाग के निदेशक मनेश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को विभाग की समीक्षा बैठक हुई, जिसमें राजस्व वसूली की स्थिति पर विस्तार से चर्चा की गई. बैठक में स्पष्ट किया गया कि निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप राजस्व संग्रह विभाग की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

कमजोर प्रदर्शन पर सख्त रुख

बैठक में राज्य भर के खनिज विकास अधिकारी और सहायक निदेशक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए. समीक्षा के दौरान कई जिलों का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं पाया गया. इस पर नाराजगी जताते हुए सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले 10 जिलों से कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया गया.

अवैध खनन और परिवहन पर अभियान तेज

निदेशक ने अवैध खनन और अवैध खनिज परिवहन के खिलाफ छापेमारी बढ़ाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जुर्माने की वसूली में तेजी लाई जाए ताकि राजस्व में सुधार हो सके. अधिकारियों को महीने के अंत का इंतजार करने के बजाय रोजाना लक्ष्य तय कर काम करने को कहा गया.

स्थानीय स्तर पर कार्रवाई का निर्देश

सभी जिलों को स्पष्ट कार्ययोजना तैयार करने और स्थानीय थाना प्रशासन के सहयोग से प्रभावी कार्रवाई करने को कहा गया. साथ ही जब्त वाहनों और बालू की शीघ्र नीलामी कराने तथा भंडारण लाइसेंस से जुड़े लंबित मामलों का त्वरित निपटारा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए.

टेंडर प्रक्रिया और ईंट भट्ठों पर नजर

बैठक में बालूघाटों के टेंडर की प्रक्रिया में तेजी लाने पर जोर दिया गया. इसके अलावा सभी ईंट भट्ठों का निरीक्षण कर रॉयल्टी जमा नहीं करने वालों को नोटिस जारी करने के निर्देश भी दिए गए. विभाग ने साफ किया कि राजस्व लक्ष्य से किसी भी तरह की ढिलाई अब स्वीकार नहीं की जाएगी.

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Viral Video | पेड़ पर सांप और बड़ी छिपकली की खतरनाक भिड़ंत, 27 सेकंड की लड़ाई ने मचाई सनसनी

पेड़ पर सांप और बड़ी छिपकली की खतरनाक भिड़ंत
पेड़ पर सांप और बड़ी छिपकली की खतरनाक भिड़ंत.

Viral Video : सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो में जंगल का एक दुर्लभ और डरावना दृश्य सामने आया है, जहां एक सांप और बड़ी कद-काठी की छिपकली के बीच अचानक आमना-सामना हो जाता है. यह टकराव एक सूखे पेड़ की ऊंची टहनी पर होता है, जहां दोनों जानवरों के पास पीछे हटने की कोई गुंजाइश नहीं बचती और देखते ही देखते जिंदा रहने की लड़ाई शुरू हो जाती है.

ऊंचाई पर फंसे दोनों शिकारी

वीडियो में साफ नजर आता है कि सांप और छिपकली पेड़ की टहनी पर संतुलन बनाए रखने की कोशिश करते हुए एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं. नीचे गिरने का खतरा दोनों के लिए बराबर है, जिससे संघर्ष और भी खतरनाक हो जाता है.

छिपकली की मजबूत पकड़

फुटेज में दिखता है कि छिपकली पहले मौका बनाती है और अपने मजबूत जबड़ों से सांप की गर्दन को जकड़ लेती है. उसकी पकड़ इतनी कसकर होती है कि कुछ पलों के लिए सांप खुद को छुड़ाने में नाकाम नजर आता है.

सांप का पलटवार

हालात बिगड़ते देख सांप भी पूरी ताकत से जवाबी हमला करता है और छिपकली के अगले पैर को निशाना बनाता है. दोनों जानवर एक-दूसरे को नुकसान पहुंचाने के लिए लगातार वार करते रहते हैं.

आवाजों से और भयावह हुआ दृश्य

लड़ाई के दौरान निकलने वाली तेज और डराने वाली आवाजें इस संघर्ष को और भी खौफनाक बना देती हैं. यह साफ महसूस होता है कि यह मुकाबला शिकार का नहीं, बल्कि जान बचाने का है.

27 सेकंड में नहीं मिला फैसला

करीब 27 सेकंड लंबे इस वीडियो में कभी छिपकली हावी नजर आती है तो कभी सांप की पकड़ मजबूत दिखती है. हालांकि वीडियो यहीं खत्म हो जाता है और यह स्पष्ट नहीं हो पाता कि आखिर इस भिड़ंत का नतीजा क्या रहा.

सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़

यह वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर @AmazingSights अकाउंट से साझा किया गया है और इसे बड़ी संख्या में लोग देख चुके हैं. कमेंट सेक्शन में यूजर्स इस बात को लेकर बहस कर रहे हैं कि इस संघर्ष में किसकी ताकत ज्यादा साबित हुई होगी.

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Border 2 : टीजर लॉन्च पर भावुक हुए सनी देओल, मंच पर डायलॉग बोलते वक्त छलके आंसू

टीजर लॉन्च पर भावुक हुए सनी देओल
टीजर लॉन्च पर भावुक हुए सनी देओल.

Border 2 : बहुप्रतीक्षित वॉर ड्रामा फिल्म ‘बॉर्डर 2’ का टीजर अब दर्शकों के सामने आ चुका है. यह अनुराग सिंह के निर्देशन में बन रही है. गुलशन कुमार और टी-सीरीज द्वारा प्रस्तुत, जे.पी. दत्ता की जेपी फिल्म्स के सहयोग से बनी इस फिल्म में सनी देओल, दिलजीत दोसांझ, वरुण धवन और अहान शेट्टी अहम किरदारों में नजर आएंगे. 1971 के भारत-पाक युद्ध की पृष्ठभूमि पर आधारित यह फिल्म 23 जनवरी 2026 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी.

टीजर लॉन्च इवेंट में भावनाओं का ज्वार

विजय दिवस के अवसर पर मुंबई में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में ‘बॉर्डर 2’ का टीजर लॉन्च किया गया. मंच पर फिल्म की मुख्य स्टारकास्ट मौजूद थी और माहौल देशभक्ति के रंग में डूबा हुआ था. इसी दौरान सनी देओल ने जब दर्शकों से संवाद करते हुए फिल्म का चर्चित डायलॉग बोला, तो पूरा हॉल तालियों और नारों से गूंज उठा.

डायलॉग बोलते ही नम हो गईं आंखें

सनी देओल ने जैसे ही मंच से सवाल किया—
“आवाज कहां तक जानी चाहिए?”
तो सामने बैठी भीड़ ने पूरे जोश के साथ जवाब दिया— “लाहौर तक.”
लेकिन इसी पल सनी देओल की आंखें भर आईं. वे अपने जज्बातों पर काबू पाने की कोशिश करते नजर आए और कुछ देर के लिए माहौल पूरी तरह भावुक हो गया. इस क्षण का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.

पिता धर्मेंद्र के निधन के बाद पहला सार्वजनिक मंच

यह पल इसलिए भी ज्यादा भावनात्मक माना जा रहा है क्योंकि अपने पिता और दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र के निधन के बाद यह सनी देओल की पहली सार्वजनिक उपस्थिति थी. नवंबर की शुरुआत में धर्मेंद्र की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बाद में 24 नवंबर को उन्होंने अंतिम सांस ली. उनके अंतिम संस्कार में परिवार के साथ-साथ फिल्म इंडस्ट्री की कई बड़ी हस्तियां मौजूद रहीं.

फैंस ने बताया दिल को छू लेने वाला पल

टीजर लॉन्च के इस भावुक लम्हे पर फैंस लगातार प्रतिक्रिया दे रहे हैं. सोशल मीडिया पर लोग सनी देओल की मजबूती और उनके जज्बातों की सराहना कर रहे हैं. कई यूजर्स ने इसे ‘बॉर्डर की आत्मा’ से जुड़ा पल बताया, तो कई ने इसे सिनेमा और देशभक्ति का सच्चा भाव कहा.

फिल्म ‘बॉर्डर 2’ के टीजर को जहां दर्शकों से जबरदस्त रिस्पॉन्स मिल रहा है, वहीं सनी देओल का यह भावुक पल फिल्म को लेकर उत्साह और भावनात्मक जुड़ाव दोनों को और गहरा कर गया है.

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Aaj Ka Sona Chandi Bhav: रिकॉर्ड ऊंचाई से फिसला सोना, एक झटके में 1,700 रुपये की गिरावट

रिकॉर्ड ऊंचाई से फिसला सोना
रिकॉर्ड ऊंचाई से फिसला सोना.

Aaj Ka Sona Chandi Bhav: दिल्ली के सर्राफा बाजार में लगातार कई दिनों की ऐतिहासिक तेजी के बाद अब सोने की कीमतों में ठहराव और गिरावट के संकेत साफ दिखने लगे हैं. मंगलवार को सोने के भाव में जोरदार टूट देखने को मिली और कीमत एक झटके में 1,700 रुपये नीचे आ गई. 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना अब 1,35,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया है. बाजार से जुड़े जानकारों का कहना है कि ऊंचे स्तर पर पहुंचने के बाद मुनाफावसूली का दबाव स्वाभाविक था.

चार दिन में 6,000 रुपये की तेजी, फिर करेक्शन

इससे पहले सोने की कीमतों में लगातार चार कारोबारी सत्रों तक उछाल देखने को मिला था. महज चार दिनों में सोना करीब 6,000 रुपये महंगा हो गया था. सोमवार को तो हालात ऐसे रहे कि सोने ने 4,000 रुपये की एकमुश्त छलांग लगाकर 1,37,600 रुपये प्रति 10 ग्राम का सर्वकालिक उच्च स्तर छू लिया. इतनी तेज रफ्तार के बाद बाजार में करेक्शन आना तय माना जा रहा था, जो अब सामने आ गया है.

मुनाफावसूली ने तोड़ी तेजी

बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक, ऊंचे भाव पर निवेशकों और कारोबारियों ने मुनाफा निकालना शुरू कर दिया. यही वजह रही कि खरीदारी की रफ्तार धीमी पड़ गई और बिकवाली का दबाव बढ़ता चला गया. जब बड़ी संख्या में निवेशक एक साथ मुनाफावसूली करते हैं, तो कीमतों पर सीधा असर दिखता है, और मंगलवार को यही स्थिति नजर आई.

वैश्विक बाजार से नहीं मिला समर्थन

घरेलू बाजार पर अंतरराष्ट्रीय संकेतों का भी दबाव बना. विदेशी बाजारों में सोने की कीमतें 4,275 डॉलर प्रति औंस के आसपास फिसलती नजर आईं. डॉलर की चाल में उतार-चढ़ाव और वैश्विक निवेशकों की सतर्कता ने कीमती धातुओं की तेजी पर रोक लगाने का काम किया. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कमजोरी का असर भारतीय सर्राफा बाजार तक पहुंचा.

रुपये की कमजोरी बनी सहारा

हालांकि सोने की कीमतों में गिरावट तेज रही, लेकिन भारतीय रुपये की कमजोरी ने नुकसान को पूरी तरह गहराने से रोक लिया. जानकारों का कहना है कि अगर रुपया मजबूत स्थिति में होता, तो घरेलू बाजार में सोने के भाव और ज्यादा टूट सकते थे. आयात आधारित बाजार होने के कारण रुपये की चाल सोने-चांदी की कीमतों को सीधे प्रभावित करती है.

चांदी की चमक भी पड़ी फीकी

सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतों में भी नरमी दर्ज की गई. स्थानीय बाजार में चांदी 1,000 रुपये टूटकर 1,98,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई. इससे पहले चांदी 1,99,500 रुपये प्रति किलो के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच चुकी थी. लगातार ऊंचे भाव के बाद चांदी में भी मुनाफावसूली का असर साफ तौर पर देखा गया.

खरमास से आभूषण बाजार पर दबाव

बाजार से जुड़े जानकारों का मानना है कि खरमास की शुरुआत के साथ भौतिक आभूषणों की मांग कमजोर पड़ सकती है. इस अवधि को पारंपरिक रूप से शुभ नहीं माना जाता, जिस कारण शादी-विवाह और आभूषण खरीदारी में सुस्ती आती है. हालांकि निवेश के लिहाज से सोना और चांदी अभी भी सुरक्षित विकल्प बने हुए हैं.

विदेशी बाजारों का ताजा हाल

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हाजिर सोना पांच दिन की तेजी के बाद फिसल गया. कीमत 27.80 डॉलर यानी करीब 0.65 प्रतिशत गिरकर 4,277.42 डॉलर प्रति औंस पर आ गई. वहीं हाजिर चांदी में भी दबाव दिखा और यह 1.07 डॉलर यानी 1.67 प्रतिशत की गिरावट के साथ 63.02 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार करती नजर आई.

आगे क्या रह सकता है रुख

विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में सोने और चांदी की कीमतों की दिशा पूरी तरह वैश्विक संकेतों, डॉलर इंडेक्स, ब्याज दरों और निवेशकों की रणनीति पर निर्भर करेगी. तेज उतार-चढ़ाव के इस दौर में जल्दबाजी के बजाय सतर्कता के साथ निवेश फैसले लेने की जरूरत है.

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Bhagalpur News : भागलपुर में पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत, DDC ने बच्चों को पिलाई खुराक

डीडीसी ने बच्चों को पिलाई खुराक
डीडीसी ने बच्चों को पिलाई खुराक.

Bhagalpur News : भागलपुर जिला अस्पताल में उप विकास आयुक्त (डीडीसी) प्रदीप कुमार सिंह ने पल्स पोलियो अभियान का विधिवत शुभारंभ किया. इस अवसर पर उन्होंने बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाकर अभियान की शुरुआत की और कहा कि यह अभियान बच्चों को आजीवन दिव्यांगता से बचाने की दिशा में एक अत्यंत महत्वपूर्ण पहल है. उन्होंने आम नागरिकों से अपील की कि वे अभियान में सक्रिय सहयोग करें और पांच वर्ष से कम आयु के सभी बच्चों को पोलियो की खुराक अवश्य पिलवाएं.

घर-घर अभियान चलाने के दिए निर्देश

डीडीसी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, चिकित्सकों, पर्यवेक्षकों और फील्ड कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि पोलियो उन्मूलन सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है. उन्होंने निर्देश दिया कि माइक्रोप्लान के अनुसार घर-घर जाकर अभियान संचालित किया जाए, ताकि जिले का कोई भी पात्र बच्चा पोलियो की खुराक से वंचित न रह जाए. शहरी मलिन बस्तियों, ईंट-भट्ठों, निर्माण स्थलों और प्रवासी आबादी वाले क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने का निर्देश भी दिया गया.

शत-प्रतिशत कवरेज पर जोर

डीडीसी ने स्पष्ट किया कि पल्स पोलियो अभियान को निर्धारित समय-सीमा के भीतर लक्ष्य के अनुरूप शत-प्रतिशत कवरेज के साथ पूरा किया जाए. अभियान के दौरान सतत मॉनिटरिंग, प्रभावी पर्यवेक्षण और नियमित समीक्षा सुनिश्चित करने पर बल दिया गया. साथ ही किसी भी प्रकार की लापरवाही पाए जाने पर त्वरित कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई.

अधिकारी-कर्मियों ने लिया संकल्प

इस मौके पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, जिला स्वास्थ्य समिति के पदाधिकारी, चिकित्सा पदाधिकारी, एएनएम, आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी सेविका सहित अभियान से जुड़े अन्य कर्मी उपस्थित रहे. सभी ने आपसी समन्वय और प्रतिबद्धता के साथ पल्स पोलियो अभियान को सफल बनाने का संकल्प लिया.

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Bhagalpur News : डीडीसी ने जिला अस्पताल पहुंचकर व्यवस्थाओं की जमीनी हकीकत परखी, सुधार को लेकर दिए निर्देश

डीडीसी ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया.
भागलपुर डीडीसी ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया.

भागलपुर के उप विकास आयुक्त (डीडीसी) प्रदीप कुमार सिंह ने जिला अस्पताल, भागलपुर का औचक एवं विस्तृत निरीक्षण किया. निरीक्षण का उद्देश्य अस्पताल में आम लोगों को मिल रही चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता, कार्यप्रणाली और व्यवस्थाओं का वास्तविक आकलन करना था. इस दौरान डीडीसी ने स्पष्ट किया कि जिला अस्पताल जनसामान्य के लिए स्वास्थ्य सेवाओं का प्रमुख केंद्र है और यहां आने वाले प्रत्येक मरीज को समय पर तथा गुणवत्तापूर्ण इलाज मिलना अनिवार्य है.
निरीक्षण के क्रम में उन्होंने मरीजों और उनके परिजनों से बातचीत कर पंजीकरण प्रक्रिया, चिकित्सकीय परामर्श, जांच, उपचार में लगने वाले समय, दवाओं की उपलब्धता, साफ-सफाई और स्टाफ के व्यवहार को लेकर फीडबैक प्राप्त किया.

सभी प्रमुख इकाइयों का गहन निरीक्षण

डीडीसी ने पुरुष एवं महिला वार्ड, बाल रोग वार्ड, ओपीडी, आपातकालीन सेवा, एसएनसीयू, एनआरसी, पंजीकरण काउंटर, जांच कक्ष और औषधि भंडार सहित अस्पताल की सभी संवेदनशील इकाइयों का निरीक्षण किया. इसके साथ ही प्रशासनिक और चिकित्सकीय प्रक्रियाओं की व्यावहारिक स्थिति की भी समीक्षा की गई, ताकि कमियों की पहचान कर त्वरित सुधार किया जा सके.

भीड़ प्रबंधन से लेकर दवा उपलब्धता तक निर्देश

निरीक्षण के आधार पर डीडीसी ने चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ और स्वास्थ्यकर्मियों को कई अहम निर्देश दिए. ओपीडी और पंजीकरण काउंटर पर भीड़ प्रबंधन को बेहतर बनाने, आपातकालीन इकाई में तत्परता और संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने, एसएनसीयू व एनआरसी में शिशुओं और कुपोषित बच्चों की देखभाल में विशेष सतर्कता बरतने तथा जीवन रक्षक दवाओं की नियमित उपलब्धता बनाए रखने पर जोर दिया गया. साथ ही अस्पताल परिसर की स्वच्छता, संक्रमण नियंत्रण, रिकॉर्ड संधारण और अनुशासित कार्य संस्कृति को मजबूत करने के निर्देश भी दिए गए.

समीक्षा बैठक कर बनेगी समयबद्ध कार्ययोजना

निरीक्षण के बाद डीडीसी ने सिविल सर्जन और जिला स्वास्थ्य प्रशासन को निर्देश दिया कि सामने आई कमियों और सुधार की संभावनाओं को लेकर शीघ्र समीक्षा बैठक आयोजित की जाए. सभी संबंधित इकाइयों के प्रभारी पदाधिकारियों की भागीदारी से ठोस और समयबद्ध कार्ययोजना तैयार कर समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जाएगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा देना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है और किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

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Ranchi Tourist Places : नये साल से पहले पिकनिक के लिए रांची के आसपास छुपी ये खूबसूरत वादियां, भीड़ से दूर मिलेगा सुकून

पिकनिक के लिए रांची के आसपास छुपी ये खूबसूरत वादियां
पिकनिक के लिए रांची के आसपास छुपी ये खूबसूरत वादियां.

Tourist Places Ranchi: पिकनिक का मौसम शुरू होते ही लोग नए साल के स्वागत की तैयारियों में जुट गए हैं. हर साल एक जैसे फॉल और डैम देखकर अगर आप ऊब चुके हैं और इस बार कुछ अलग, शांत और सुरक्षित पिकनिक स्पॉट की तलाश में हैं, तो रांची के आसपास मौजूद ये प्राकृतिक ठिकाने आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं. खास बात यह है कि ये सभी जगहें रांची से 25 से 30 किलोमीटर के दायरे में हैं और यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है.

पहाड़, झील और जंगलों के बीच नए पिकनिक स्पॉट

मारा सिल्ली पर्वत — 

मारा सिल्ली पर्वत नामकुम क्षेत्र में स्थित है और अपने धार्मिक महत्व के साथ-साथ शांत वातावरण के लिए जाना जाता है. महर्षि वाल्मीकि की तपस्या और प्रकट शिवलिंग की मान्यता के कारण यह आस्था का केंद्र रहा है, लेकिन अब यह सैलानियों के बीच नया पिकनिक स्पॉट बनता जा रहा है. रांची से इसकी दूरी करीब 20 किमी है.

ब्लू पॉन्ड— 

ब्लू पॉन्ड रिंग रोड से झिरी जाने वाले रास्ते में स्थित एक छोटा लेकिन बेहद आकर्षक तालाब है. पठारों से घिरे इस स्थल का पानी सूर्य की रोशनी में नीला नजर आता है. तंग रास्तों के कारण यहां वाहन बाहर खड़ा कर पैदल जाना पड़ता है. यह स्थान रांची से लगभग 20 से 25 किमी दूर है.

होरहाप—

होरहाप अब एक उभरता हुआ जंगल व्यू प्वाइंट बन चुका है. यहां पहाड़ी पर ट्रेकिंग कर ऊपर से प्राकृतिक दृश्य का आनंद लिया जा सकता है. रिंग रोड से करीब 25 किमी अंदर स्थित यह स्थान धीरे-धीरे पिकनिक लवर्स के बीच लोकप्रिय हो रहा है.

नदी, घाटी और प्राकृतिक झीलों का आकर्षण

छोटा सदमा (तेतरी रामपुर)—

छोटा सदमा (तेतरी रामपुर) पतरातू घाटी मार्ग पर स्थित है. गांव के रास्ते से होकर यहां पहुंचा जाता है, जहां पहाड़ और जंगलों के बीच बहती छोटी नदी मन को सुकून देती है. यह स्थान रांची से करीब 30 किमी दूर है.

रेमटा लेक (चुकरू)—

रेमटा लेक (चुकरू) जंगलों के बीच छुपी एक खूबसूरत झील है. भुसुर रोड से चुकरू मोड़ के पास से अंदर जाने पर यह झील मिलती है. प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर यह इलाका पूरी तरह सुरक्षित माना जाता है और रांची से लगभग 30 किमी दूर है.

रंगरोडी धाम—

रंगरोडी धाम कांची नदी के किनारे स्थित है, जहां नैचुरल शिवलिंग मौजूद है. झारखंड के इतिहास से जुड़े इस स्थल को केदार धाम और बाबा धाम भी कहा जाता है. नदी किनारे होने के कारण अब यह पिकनिक स्पॉट के रूप में भी पसंद किया जाने लगा है.

डैम और वैली में बिताएं सुकून के पल

रोज आइलैंड गेतलसूद—

गेतलसूद स्थित रोज आइलैंड गेतलसूद डैम के भीतर स्थित है और सूर्यास्त के समय इसकी खूबसूरती देखते ही बनती है. रांची से करीब 15 किमी दूर यह स्थान पिकनिक के लिए तेजी से लोकप्रिय हो रहा है.

सुरसू वैली—

सुरसू वैली जोन्हा जाने के रास्ते में पड़ती है और अपनी घुमावदार सड़कों व घाटी के नजारों के लिए जानी जाती है. भीड़-भाड़ से दूर यह जगह शांति पसंद करने वालों के लिए बेहतर विकल्प है.

लतरातू डैम—

लतरातू डैम हाल के दिनों में पिकनिक का पसंदीदा ठिकाना बन गया है. लोदमा होते हुए यहां पहुंचा जा सकता है. प्राकृतिक सुंदरता और गांवों के दृश्य के कारण अब यहां रिजॉर्ट भी खुलने लगे हैं.

अगर आप इस बार नए साल या वीकेंड पर कुछ अलग और शांत जगह पर समय बिताना चाहते हैं, तो रांची के आसपास की ये वादियां आपके लिए यादगार पिकनिक का अनुभव दे सकती हैं.

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Bihar Ka Mausam: बिहार में 20 दिसंबर तक लुढ़क सकता है पारा, पछुआ हवा से बढ़ेगी कनकनी, मौसम विभाग का अलर्ट

बिहार में 20 दिसंबर तक लुढ़क सकता है पारा
बिहार में 20 दिसंबर तक लुढ़क सकता है पारा.

Bihar Ka Mausam: बिहार में ठंड ने धीरे-धीरे अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है और आने वाले दिनों में मौसम और ज्यादा सख्त होने वाला है. सुबह और शाम के समय कनकनी वाली ठंड से लोगों की परेशानी बढ़ रही है. इसी बीच मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए बताया है कि आज से लेकर 20 दिसंबर तक राज्य के तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जाएगी. इस दौरान राजधानी पटना समेत कई जिलों में ठंड का असर और तेज हो सकता है.

20 दिसंबर तक कितना रहेगा तापमान

मौसम विभाग के अनुसार, पटना में अगले कुछ दिनों तक न्यूनतम तापमान करीब 14 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रह सकता है. हालांकि रात और सुबह के समय तापमान में गिरावट के कारण ठंड ज्यादा महसूस होगी. राज्य के अन्य हिस्सों में भी तापमान सामान्य से नीचे जाने की संभावना जताई गई है.

पछुआ हवाओं से बढ़ेगी कनकनी

Bihar Ka Mausam: बिहार में 20 दिसंबर तक लुढ़क सकता है पारा, पछुआ हवा से बढ़ेगी कनकनी, मौसम विभाग का अलर्ट Bihar Ka Mausam
Bihar Ka Mausam

पटना के अलावा कई अन्य जिलों, विशेष रूप से पहाड़ी प्रभाव वाले इलाकों में न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, पछुआ हवाओं के सक्रिय होने से वातावरण में नमी कम होगी, जिससे ठंड की चुभन बढ़ेगी. अनुमान है कि दिसंबर के तीसरे सप्ताह में लोगों को कड़ाके की ठंड का अहसास हो सकता है.

पश्चिमी विक्षोभ से बदलेगा मौसम

मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ है, जिसका असर 17 दिसंबर के बाद बिहार के मौसम पर देखने को मिलेगा. इसके कारण अधिकतम तापमान में भी गिरावट आ सकती है. फिलहाल राज्य के कई जिलों में सुबह और शाम घना कोहरा छाया हुआ है, जिससे दृश्यता प्रभावित हो रही है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है.

पिछले 24 घंटे का हाल

बीते 24 घंटे में फारबिसगंज में अधिकतम तापमान 28.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि कैमूर में न्यूनतम तापमान 7.1 डिग्री सेल्सियस रहा. पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, रोहतास, नवादा और अररिया में रात का तापमान 9 से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया. अन्य जिलों में न्यूनतम तापमान 10 से 12.4 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा. IMD के अनुसार, दिसंबर के अंतिम दिनों में मौसम एक बार फिर करवट ले सकता है.

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नई राशन दुकानों को खोलने की तैयारी
नई राशन दुकानों को खोलने की तैयारी(सांकेतिक तस्वीर)

Bihar News : बिहार सरकार ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) को मजबूत और अधिक प्रभावी बनाने के लिए राज्यभर में 4942 नई सरकारी राशन दुकानों की डीलरशिप देने का निर्णय लिया है. बढ़ती आबादी और लगातार बढ़ रहे राशनकार्ड धारकों की संख्या के कारण कई जिलों में मौजूदा दुकानों पर अत्यधिक दबाव बन गया है. इसी समस्या को दूर करने और लाभार्थियों को नजदीक में राशन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है. खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने इस दिशा में प्रक्रिया शुरू कर दी है.

2583 दुकानों के लिए जारी हुआ विज्ञापन, हजारों आवेदन प्राप्त

खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की ओर से फिलहाल 2583 नई राशन दुकानों की डीलरशिप के लिए विज्ञापन जारी किया गया है. इन दुकानों के लिए अब तक 13,794 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं. विभागीय अधिकारियों के अनुसार, आवेदन की संख्या से साफ है कि पीडीएस डीलरशिप को लेकर लोगों में जबरदस्त रुचि है. शेष 2359 दुकानों की डीलरशिप के लिए भी जल्द ही अलग-अलग चरणों में विज्ञापन जारी किए जाएंगे.

नई दुकानों से पीडीएस व्यवस्था होगी अधिक सुगम

अधिकारियों का कहना है कि सभी 4942 नई राशन दुकानों के चालू होने के बाद राज्य की पीडीएस व्यवस्था पहले की तुलना में कहीं अधिक सुचारू, पारदर्शी और प्रभावी हो जाएगी. इससे न केवल राशन वितरण में लगने वाला समय कम होगा, बल्कि भीड़ और शिकायतों में भी कमी आएगी. खासतौर पर दूर-दराज के ग्रामीण इलाकों और तेजी से फैल रहे शहरी क्षेत्रों को इसका सीधा लाभ मिलेगा.

क्यों महसूस हुई नई राशन दुकानों की जरूरत

सरकारी मानकों के अनुसार शहरी क्षेत्रों में 1350 और ग्रामीण क्षेत्रों में 1900 राशनकार्ड धारकों पर एक सरकारी राशन दुकान होनी चाहिए. लेकिन बीते कुछ वर्षों में राशनकार्ड धारकों की संख्या में तेज वृद्धि के कारण कई जिलों में यह अनुपात काफी बिगड़ गया है. परिणामस्वरूप, कई इलाकों में लोगों को राशन लेने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है और दुकानों पर भारी भीड़ लगती है. नई दुकानों के खुलने से इस दबाव को काफी हद तक कम किया जा सकेगा.

पटना जिले में सबसे ज्यादा नई PDS दुकानें

नई राशन दुकानों की संख्या के मामले में पटना जिला राज्य में सबसे आगे है. यहां कुल 435 नई पीडीएस दुकानों की डीलरशिप दी जाएगी. इसके बाद मुजफ्फरपुर में 356, भागलपुर में 336, पूर्णिया में 320, रोहतास में 245 और पश्चिम चंपारण में 242 नई दुकानों की योजना है. इसके अलावा मधुबनी में 248, गया में 240, सीवान में 229, सीतामढ़ी में 196 और कटिहार में 191 नई राशन दुकानें खोली जाएंगी. वैशाली, दरभंगा, समस्तीपुर, खगड़िया, किशनगंज सहित अन्य जिलों को भी इस विस्तार का लाभ मिलेगा.

कुछ जिलों में पूरी हो चुकी है डीलरशिप प्रक्रिया

पश्चिम चंपारण जिले में सभी 242 नई राशन दुकानों की डीलरशिप प्रक्रिया पूरी कर ली गई है और संबंधित लाइसेंस भी जारी कर दिए गए हैं. वहीं बांका, बेगूसराय, नालंदा, भोजपुर, अररिया और सारण जैसे जिलों में फिलहाल नई राशन दुकानों की कोई रिक्ति नहीं है. विभाग के अनुसार इन जिलों में राशनकार्ड और दुकानों का अनुपात अभी संतुलित है.

राशनकार्ड सत्यापन अभियान होगा तेज

पीडीएस व्यवस्था को और अधिक पारदर्शी बनाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से उपलब्ध कराई गई संदिग्ध राशनकार्डों की सूची के आधार पर बिहार में विशेष अभियान चलाया जाएगा. यह अभियान 17 दिसंबर से 30 दिसंबर तक कैंप मोड में संचालित होगा. इस दौरान राशनकार्डों का भौतिक सत्यापन किया जाएगा और शत-प्रतिशत आधार सीडिंग सुनिश्चित की जाएगी. सभी अनुमंडल पदाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि अपात्र या संदिग्ध राशनकार्डों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाए.

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दिल्ली-आगरा एक्सप्रेसवे पर कई बसें आपस में भिड़ीं, 4 की मौत, 25 घायल, आग से मचा हड़कंप

दिल्ली-आगरा एक्सप्रेसवे पर कई बसें आपस में भिड़ीं
दिल्ली-आगरा एक्सप्रेसवे पर कई बसें आपस में भिड़ीं.

Delhi Agra Expressway Accident: मथुरा जिले से गुजरने वाले दिल्ली-आगरा एक्सप्रेसवे पर घने कोहरे ने भयावह रूप ले लिया. बेहद कम दृश्यता के कारण एक्सप्रेसवे पर एक के बाद एक कई वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गए. कुछ ही पलों में यह इलाका चीख-पुकार और धुएं से भर गया, जब तेज रफ्तार बसें और कारें आपस में टकरा गईं और कई वाहनों में आग लग गई.

कोहरे में थमी नजरें, तेज रफ्तार बनी हादसे की वजह

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सुबह के समय कोहरा इतना घना था कि आगे चल रहा वाहन आखिरी क्षणों में ही दिखाई दे रहा था. बताया जा रहा है कि पहले एक वाहन अचानक अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हुआ. पीछे से आ रही बसों और कारों को संभलने का मौका नहीं मिला और वे एक-दूसरे से टकराती चली गईं. देखते ही देखते सात बसें और तीन कारें भीषण हादसे का शिकार हो गईं.

टक्कर के बाद लगी आग, यात्रियों में मची भगदड़

हादसे के बाद हालात और भयावह हो गए जब टक्कर की चपेट में आई तीन से चार बसों में आग लग गई. बसों के अंदर बैठे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई. कई लोग नींद में थे और धमाके की आवाज सुनकर हड़बड़ा गए. आग और धुएं के बीच यात्रियों ने किसी तरह बसों से बाहर निकलकर अपनी जान बचाई. कुछ लोग शीशे तोड़कर बाहर आए, तो कुछ ने एक-दूसरे की मदद से सुरक्षित स्थान तक पहुंचने की कोशिश की.

प्रशासन मौके पर, बड़े पैमाने पर चला रेस्क्यू

हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस, फायर ब्रिगेड और स्वास्थ्य विभाग की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं. राहत और बचाव कार्य के लिए 11 दमकल वाहन और 14 एंबुलेंस तैनात की गईं. जिलाधिकारी, एसएसपी, सीओ और एसडीएम स्वयं घटनास्थल पर मौजूद रहे और रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी की. आग पर काबू पाने के बाद क्षतिग्रस्त वाहनों से घायलों को बाहर निकाला गया.

चार मौतों की पुष्टि, दर्जनों घायल

प्रशासन की ओर से जारी प्रारंभिक जानकारी के अनुसार इस दर्दनाक हादसे में अब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. वहीं 25 से अधिक घायल यात्रियों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. कई अन्य लोगों को मामूली चोटें आई हैं. डॉक्टरों के मुताबिक अधिकतर घायलों की हालत स्थिर बनी हुई है, हालांकि कुछ की निगरानी की जा रही है.

कोहरे को लेकर अलर्ट, जांच के आदेश

घटना के बाद प्रशासन ने घने कोहरे के मद्देनजर एक्सप्रेसवे पर सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. हादसे के कारणों की विस्तृत जांच के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं. पुलिस का कहना है कि तेज रफ्तार और कम दृश्यता इस दुर्घटना की बड़ी वजह मानी जा रही है.

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