Bihar News: भागलपुर शहर में स्कूलों के समीप तंबाकू उत्पाद बेचने वालों पर अब पुलिस की विशेष नजर रहेगी. पकड़े जाने पर कड़ी दंडात्मक कार्रवाई होगी.
Bihar News: भागलपुर शहर में स्कूलों के समीप तंबाकू उत्पाद बेचने वालों पर अब पुलिस की विशेष नजर रहेगी. पकड़े जाने पर कड़ी दंडात्मक कार्रवाई होगी. भागलपुर शहर में समाहरणालय के समीक्षा भवन में जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी की अध्यक्षता में राज्य सरकार की तकनीकी सहयोगी संस्था सोशियो इकोनॉमिक एण्ड एजुकेशनल डेवलपमेंट सोसाईटी (सीड्स) के सहयोग से आयोजित तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत गठित त्रिस्तरीय छापामार दस्ता एवं अन्य सरकारी पदाधिकारीयों का उन्मुखीकारण सह प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया.
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी ने तम्बाकू नियंत्रण के लिए जिले में त्रिस्तरीय छापामार दस्ते के गठन के साथ निर्देश देते हुए सभी सदस्यों को शैक्षणिक संस्थानों के 100 गज के अंदर अवस्थित सभी तम्बाकू उत्पाद बेचने वाले दुकानदारों को हटवाते हुए नियमित रूप से छापामारी करने का निर्देश दिया है. उन्होंने निर्देश दिया कि सरकारी दफ्तरों और सार्वजनिक स्थानों पर तम्बाकू सेवन करने वालों को दंडित किया जायेगा.
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कार्यक्रम में सभी वरीय उप समहार्ता, संयुक्त निदेशक जनसंपर्क नागेंद्र कुमार गुप्ता सभी बीडओ, डीएसपी(मख्यालय), सिविल सर्जन, एसीएमओ, सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला नोडल पदाधिकारी डाॅ पंकज मनस्वी, सीड्स के राज्य कार्यक्रम प्रबंधक सुदर्शन सिंह, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी थे.
तम्बाकू मुक्त क्षेत्र का बोर्ड लगाने का निर्देश
जिलाधिकारी ने सभी सार्वजनिक स्थानों पर कार्यालय में तम्बाकू मुक्त क्षेत्र का बोर्ड लगाने का निर्देश दिया है. उन्होंने बताया कि तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम को अभियान के रूप में चलाए जाने की आवश्यकता हैं. सभी सार्वजनिक स्थानों यानी, सरकारी शिक्षण संस्थानों, कार्यालयों, सिनेमा हॉल, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, सहित अन्य स्थानों पर धूम्रपान करना दंडनीय अपराध है.
समाज के लोगों को आना होगा आगे
जिलाधिकारी ने जिले के सभी सामाजिक संस्थानों को इस अभियान में सहयोग करन अपील की है. जिलाधिकारी ने कहा कि इस अभियान को सफल करने के लिए और अधिक प्रयास करनी होगी. समाज के आम लोगों के बीच जाकर तंबाकू के सेवन के दुष्प्रभावों से अवगत करवाते हुए इसपर पूर्ण नियंत्रण लगाने के लिए कार्य करने होंगे. लोगों को तंबाकू का सेवन नहीं करने के लिए प्रेरित एवं जागरूक करना होगा. तंबाकू के दुष्प्रभाव प्रभाव को समाप्त करने के लिए समाज के लोगों को आगे आना होगा.
जिलाधिकारी ने कहा कि आप सभी के सामूहिक प्रयास से आज इस कार्यक्रम को पंचायत स्तर तक चलाने की जरूरत है. जिला पदाधिकारी ने समस्त जिलावासियों से अपील करते हुए कहा कि हमलोगों को अपने जिले को तम्बाकू मुक्त जिला बनाने की मुहिम शुरू करनी है, ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियों को तम्बाकू के दुष्प्रभावों से बचाया जा सके
तसामाजिक संस्थानों को भ्ज्ञी आना होगा आगे
सिविल सर्जन डॉ अशोक प्रसाद ने कहा कि इस अभियान को सफल करने के लिए और अधिक प्रयास करनी होगी. समाज के आम लोगों के बीच जाकर तंबाकू के सेवन के दुष्प्रभावों से अवगत करवाते हुए इसपर पूर्ण नियंत्रण लगाने के लिए कार्य करने होंगे. लोगों को तंबाकू का सेवन नहीं करने के लिए प्रेरित एवं जागरूक करना होगा.
तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम हेतु राज्य सरकार की तकनीकी सहयोगी संस्था सोशियो इकोनॉमिक एण्ड एजुकेशनल डेवलपमेंट सोसाईटी (सीड्स) के कार्यपालक निदेशक दीपक मिश्रा ने बताया कि बिहार में प्रतिदिन 440 नए बच्चे तम्बाकू सेवन की शुरुआत करते हैं. मिश्रा ने पावर पॉइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से बताया कि राज्य सरकार एवं सीड्स के द्वारा संयुक्त रूप से राज्य के सभी 38 जिलो में चलाए जा रहे तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत तम्बाकू नियंत्रण अधिनियम कोटपा -2003 की विभिन्न धाराओ के बारे में विस्तार से बताया.