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भागलपुर सिटी

Bihar News: सैंडिस कंपाउंड की सुविधाएं ताले में कैद, एजेंसियों ने नहीं ली रूचि, टेंडर रद्द, तीसरी निविदा जारी

Published by
HelloCities24
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Bhagalpur News: बिहार के भागलपुर में सैंडिस कंपाउंड की सुविधाएं ताले में कैद है. जिससे कंपाउंड वीरान पड़ा है. सैंडिस कंपाउंड के विकास पर करीब 44.60 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं, जो 17 प्रोजेक्ट्स में सबसे अधिक राशि है. इसके बावजूद, यहां अव्यवस्था का आलम है और कई सुविधाएं ताले में बंद हैं. कैफेटेरिया परिसर में इवेंट्स की अनुमति और एंट्री फ्री टाइमिंग बढ़ाने की मांग पर सटीक जवाब न मिलने के कारण ठेका एजेंसियों ने सैंडिस कंपाउंड का ठेका लेने में रुचि नहीं दिखाई. नतीजतन, दूसरी बार का टेंडर भी रद्द करना पड़ा, और अब तीसरी बार निविदा जारी की गई है

टेंडर प्रक्रिया में लगातार बाधाएं

स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा लखनऊ की जुपिटर शक्ति कंसल्टेंसी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के नाम से फाइल होने के बावजूद एग्रीमेंट नहीं हो सका और टेंडर रद्द कर दिया गया. यह दूसरा मौका है जब टेंडर प्रक्रिया अंतिम चरण में आकर रद्द हुई है. पहली बार भी किसी ठेका एजेंसी ने रुचि नहीं दिखाई थी, जिसके कारण उसे भी रद्द कर दिया गया था. अधिकारियों ने “अपरिहार्य कारण” बताकर टेंडरों को रद्द किया है, जिससे शहरवासी वास्तविक कारणों से अनभिज्ञ हैं.

दूसरी बार के टेंडर में पटना की सर्जिकल सिक्यूरिटी एंड कंसल्टेंसी और लखनऊ की जुपिटर शक्ति कंसल्टेंसी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड ने बोली लगाई थी. दोनों ही एजेंसियां टेक्निकल बिड में सफल रहीं, और फाइनेंसियल बिड जुपिटर शक्ति कंसल्टेंसी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के नाम खुला. इस एजेंसी को एक साल के ठेका के एवज में 70 लाख रुपये का भुगतान करना था, लेकिन एग्रीमेंट से पहले ही टेंडर रद्द कर दिया गया.

तीसरी बार निविदा जारी, लेकिन नियमों में बदलाव नहीं

स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने तीसरी बार टेंडर जारी किया है, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से इसके नियम और शर्तों में कोई बदलाव नहीं किया गया है. ऑपरेशन एंड मेंटेनेंस की अवधि पहले की तरह तीन वर्षों के लिए निर्धारित है, और एक वर्ष के लिए रिजर्व प्राइस 60 लाख रुपये रखी गई है. टेंडर भरने की अंतिम तिथि 26 मई, प्री-बिड मीटिंग 19 मई और टेक्निकल बिड खोलने की तिथि 28 मई तय की गई है.

करोड़ों खर्च के बावजूद सुविधाएं ठप

सैंडिस कंपाउंड के विकास पर करीब 44.60 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं, जो 17 प्रोजेक्ट्स में सबसे अधिक राशि है. इसके बावजूद, यहां अव्यवस्था का आलम है और कई सुविधाएं ताले में बंद हैं. भविष्य में ताले खुलने पर बर्बाद हुए सामानों का आकलन करना मुश्किल होगा, क्योंकि कई सामान टूट-फूट गए हैं. चिल्ड्रन पार्क के खेलने के उपकरण क्षतिग्रस्त हो गए हैं, लाइटिंग व्यवस्था गड़बड़ा गई है, और कैफेटेरिया के चारों ओर लगी बांस की बैरिकेडिंग भी टूट गई है.

ताले में बंद प्रमुख सुविधाएं

  • कैफेटेरिया
  • पार्किंग
  • किड्स पार्क
  • ओपन एयर थिएटर
  • नाइट शेल्टर
  • क्लीवलैंड मेमोरियल पार्क
  • स्टेशन क्लब में कैफेटेरिया और रेस्टोरेंट

इन सुविधाओं को लेकर ही टेंडर की प्रक्रिया अपनाई जा रही है, जो अब तक सफल नहीं हो सकी है.

अबतक जारी की गई निविदा-

  • पहला टेंडर: 14 दिसंबर, 2024
  • दूसरा टेंडर: 15 फरवरी, 2025
  • तीसरा टेंडर: 07 मई, 2025

अधिकारी का बयान

स्मार्ट सिटी लिमिटेड, भागलपुर के पीआरओ पंकज कुमार के अनुसार सैंडिस कंपाउंड के लिए टेंडर “अपरिहार्य कारणों” से रद्द कर दिया गया है. उन्होंने स्वीकार किया कि कुछ कमी रही होगी, जिस वजह से इसे रद्द किया गया. उन्होंने यह भी बताया कि फिर से टेंडर जारी हुआ है, और टेक्निकल बिड खुलने की तिथि 28 मई निर्धारित की गई है.

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