Bihar News: देश की सीमाओं पर तैनात बिहार का एक और लाल मातृभूमि की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हो गया. भागलपुर जिले के नवगछिया अनुमंडल निवासी हवलदार संतोष कुमार ने जम्मू-कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में दुश्मनों से लोहा लेते हुए अपनी जान देश पर न्यौछावर कर दी. जैसे ही शहादत की खबर गांव पहुंची, पूरे क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई, लेकिन साथ ही संतोष की वीरता पर गर्व भी हर चेहरे पर साफ झलकता रहा.
हवलदार संतोष कुमार, इस्माइलपुर प्रखंड के पछियारी टोला डीमाहा गांव निवासी चंद्रदेव प्रसाद यादव के पुत्र थे. वे 2012 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे और सेवा में जुटे थे.
परिवार के अनुसार, बुधवार देर रात करीब एक बजे जब सेना का विशेष सर्च ऑपरेशन चल रहा था, तब संतोष अपने दस्ते के साथ मौजूद थे. इस दौरान दुश्मनों की ओर से हुई गोलीबारी में वे गंभीर रूप से घायल हो गए. अस्पताल ले जाते समय उन्होंने वीरगति प्राप्त की.
“अभी जरूरी ऑपरेशन में जा रहा हूं, बाद में बात करूंगा.”
संतोष कुमार के छोटे भाई अभिनव कुमार ने बताया कि बुधवार रात आठ बजे उनकी अंतिम बार भाई से बात हुई थी. संतोष ने कहा था, “अभी जरूरी ऑपरेशन में जा रहा हूं, बाद में बात करूंगा.” गुरुवार सुबह करीब पांच बजे यूनिट से फोन आया और शहादत की सूचना दी गई.
शहीद संतोष कुमार की पत्नी साधना कुमारी, तीन बेटियां और एक बेटा हैं. उनकी बड़ी बेटी ने हाल ही में सीबीएसई से मैट्रिक परीक्षा पास की है. बेटी दीप्ती (11), इशिका (9) और बेटा लक्ष्य (4) फिलहाल भागलपुर के एक निजी विद्यालय में पढ़ाई कर रहे हैं. साधना कुमारी बच्चों के साथ भागलपुर में ही निवास करती हैं.
“हमें गर्व है कि भाई ने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर किए,” – छोटे भाई अभिनव कुमार