Bihar News: भागलपुर पुलिस ने भागलपुर को जामताड़ा बनाने की साजिश को नाकाम कर दिया है. दरअसल, फिशिंग और साइबर फ्रॉड के लिए झारखंड राज्य का जामताड़ा मशहूर है और वहां के बाद भागलपुर शहर के बीचों-बीच साइबर फ्रॉड फिशिंग का काम चल रहा था, जिसके गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है.
Bihar News: भागलपुर पुलिस ने भागलपुर को जामताड़ा बनाने की साजिश को नाकाम कर दिया है. दरअसल, फिशिंग और साइबर फ्रॉड के लिए झारखंड राज्य का जामताड़ा मशहूर है. वहां के बाद भागलपुर शहर के बीचों-बीच साइबर फ्रॉड फिशिंग का काम चल रहा था, जिसके गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है. बंगाल का एक गिरोह यहां कॉल सेंटर की आड में बड़ा साइबर फ्रॉड खेल खेल रहा था.
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मिली जानकारी के अनुसार मामले में एडवर्टाइजमेंट फर्म के नाम पर चलाये जा रहे कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया गया है. जहां से पुलिस ने अब तक कुल 17 लड़कियों और 4 लड़कों को हिरासत में लिया है. साइबर अपराध के विरुद्ध भागलपुर पुलिस की ओर से की गयी यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है.
भागलपुर पुलिस ने योजना बनाकर विशेष टीम के साथ छापेमारी की. उक्त टीम में साइबर सह लाइन डीएसपी संजीव कुमार, सिटी डीएसपी अजय कुमार चौधरी सहित आधा दर्जन से अधिक पुलिस पदाधिकारी और दर्जनभर महिला व पुरुष सिपाही मौजूद थे. टीम ने उक्त कॉल सेंटर से कुल 17 लड़कियों को पकड़ा. जिनमें से गिरोह के संचालक टीम में शामिल पश्चिम बंगाल की छह लड़कियां भी शामिल हैं. इसके अलावा पुलिस ने चार लड़कों को पकड़ा है. जिनमें से एक भागलपुर में गिरोह चलाने वाला मास्टरमाइंड राहुल भी है.
भागलपुर पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेकर उन कुछ नंबरों को ट्रेस करना शुरू किया, जो नेश्नल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल से लगातार आ रहे थे. जिनसे साइबर फ्रॉड किये जा रहे थे. तकनीकी और वैज्ञानिक अनुसंधान में पुलिस को जानकारी मिली कि उक्त सभी नंबर भागलपुर से ऑपरेट किये जा रहे हैं. इसके बाद टॉवर लोकेशन और इंटरनेट वीपीएन नंबर के माध्यम से भागलपुर पुलिस घूरन पीर बाबा चौक स्थित मनाली होटल के पीछे चलाये जा रहे कॉल सेंटर तक पहुंच गयी और इस तरह से सभी पकड़ में आए.
बताया जा रहा है कि भागलपुर में मौजूद इस गिरोह में एक राहुल नामक लड़का सहित पश्चिम बंगाल की रहने वाली छह लड़कियां शामिल हैं. पश्चिम बंगाल के फिशिंग गिरोह इस पूरे कॉल सेंटर का संचालन कर रहा था. 22 अक्तूबर मंगलवार देर शाम पुलिस ने कार्रवाई की. इसके बाद देर रात तक दर्जनों एटीएम कार्ड, डेबिट/क्रेडिट कार्ड, बैंक पासबुक, नकद, ज्वेलरी, मोबाइल आदि को जब्त किया गया है.
मिल रही जानकारी के अनुसार लोगों को प्रलोभन भरे कॉल्स किए जाते थे. लोगों को आसानी से फांसने के लिए लड़कियों से कॉल कराये जाते थे. जो कि लोगाें को कॉल कर आकर्षक लोन व बैंक योजना आदि की जानकारी देने के साथ किसी ट्रांजेक्शन को लेकर इनाम में एलसीडी टीवी व अन्य महंगे व लग्जरी प्रोडक्ट्स जीतने का झांसा दिया जाता था और ओटीपी मांगी जाती थी.