Bihar Flood: नेपाल के तराई क्षेत्र में हो रही जोरदार बारिश का असर यह रहा कि बीरपुर में कोसी बैराज पर बाढ़ का पानी चढ़ गया था लेकिन, रविवार सुबह आठ बजे बैराज से पानी उतर गया है. जलस्तर में धीरे-धीरे कमी आ रही है. वहीं राहत के बीच कटाव की चिंता बढ़ गयी है.
Bihar Flood: बीरपुर में कोसी बैराज पर चढ़ा बाढ़ का पानी रविवार सुबह आठ बजे उतर गया है. इस पर पानी चढ़ा था और कोसी जब ऊफनाई थी, तो लोगों के बीच दहशत का माहौल था. लेकिन अब राहत है और इस बीच कटाव की भी चिंता है. नेपाल के तराई क्षेत्र में हो रही जोरदार बारिश का असर था कि कोसी उफना गयी थी और बैराज के ऊपर से पानी बहने लगा था. रिकॉर्ड पानी दर्ज होने की वजह से कोसी बैराज पर सबकी नजरें टिकी हुई थी. दरअसल, 1968 के बाद शनिवार को ही कोसी बराज से सबसे अधिक पानी छोड़ा गया. 6 लाख क्यूसेक से अधिक पानी यहां दर्ज हुआ. बता दें कि बैराज के सभी 56 फाटक शनिवार को खोले दिए गए हैं. तटबंध की निगरानी लगातार चल रही है.
56 साल बाद पानी का दर्ज हुआ सर्वाधिक रिकॉर्ड
1968 साल के बाद कोसी नदी में पानी बढ़ने का सर्वाधिक रिकॉर्ड दर्ज हुआ है. शनिवार रात 6 लाख क्यूसेक से अधिक पानी वीरपुर स्थित कोसी बराज(Kosi Barrage) से छोड़ा गया. पानी बढ़ता देख लोगों को रतजगा करना पड़ा. इस मायने में कहीं कोई अनहोनी तो नहीं हो जायेगी. आशंका से भयभीत रहे. बैराज के ऊपर से जब पानी बहने लगा, तो लोगों के अंदर एक प्रकार का डर बन गया.
रविवार सुबह आठ बजे घटा पानी
रविवार सुबह 4 बजे कोसी का डिस्चार्ज पानी 6 लाख 49 हजार 560 क्यूसेक तक पहुंच गया और इसके ठीक एक घंटे बाद सुबह पांच बजे 5 बजे 6 लाख 61 हजार 295 तक चला गया. सुबह 7 बजे पानी घटते क्रम में रिकॉर्ड दर्ज हुआ. डिस्चार्ज पानी 6 लाख 43 हजार 675 दर्ज हुआ. बराह क्षेत्र में इतने बजे ही 3 लाख 23 हजार क्यूसेक पानी घटते क्रम में दर्ज हुआ है.
लकड़ी फंसने से बैराज का फाटक क्षतिग्रस्त
कोसी बराज का गेट नंबर 21 क्षतिग्रस्त हो गया है. एक बड़े आकार की लकड़ी फंसने से बराज के फाटक को नुकसान पहुंचा है. वहीं, कोसी बराज पर पानी घटा है. जिसने लोगों को राहत तो दी है लेकिन प्रशासन की चुनौती अभी कायम है.