स्वच्छता सर्वेक्षण टीम
Bhagalpur News: बिहार के भागलपुर में स्वच्छता अभियान की परीक्षा शुरू हो गयी है. इसके लिए आयी केंद्र टीम ने सोमवार 17 मार्च को शहर भ्रमण किया और उन्हें जगह-जगह गंदगी ही गंदगी दिखी. टीम 21 मार्च तक रहेगी और सफाई व्यवस्था की समीक्षा करेगी.
Bhagalpur News: भागलपुर नगर निगम क्षेत्र में स्वच्छता अभियान का सच जानने के लिए केंद्रीय टीम पहुंच गयी है. पहले दिन सोमवार को टीम ने शहर भ्रमण किया. इस दौरान उन्हें कई जगहों पर गंदगी दिखाई दी. शहर भ्रमण के दौरान साथ में सिटी मैनेजर विनय कुमार यादव रहे. हालांकि, उन्हें सफाई वाले जगह पर ले जाने की कोशिश की गई लेकिन, वह अपने अनुसार वार्ड नंबर एक से सफाई व्यवस्था की समीक्षा शुरू की है.तीन सदस्यीय केंद्रीय टीम यहां 21 मार्च तक रहेगी और आम नागरिकों से फीडबैक लेने व सफाई व्यवस्था की समीक्षा करेगी. इस संबंध में सिटी मैनेजर से बात करने की कोशिश की गयी, लेकिन उनकी ओर से फोन रिसीव नहीं किया गया.
भौतिक पड़ताल करेगी टीम
हर साल शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता व्यवस्था को और प्रभावी बनाने के उद्देश्य से स्वच्छता सर्वेक्षण किया जाता है. अंतिम चरण के तहत यह सर्वेंक्षण करीब एक सप्ताह तक चलने वाला है. केंद्र सरकार द्वारा आयोजित इस सर्वेंक्षण में स्वच्छता को लेकर जनता की राय और निगम की कार्य प्रणाली की समीक्षा भी जायेगी. भौतिक पड़ताल को लेकर सभी वार्डों में यह टीम पहुंचेगी़. शहर में टॉयलेट, साफ-सफाई व्यवस्था सहित अन्य जांच की जाने लगी है.
बताया जा रहा है कि पोर्टल पर अपलोड किये गये डाक्यूमेंट्स में किये गये दावों और जमीनी हकीकत में फर्क होने पर निगेटिव मार्किंग होगी. यानी अंक में कटौती हो सकती है. बताया जाता है कि पहले सर्वेक्षण के लिए कुल 9500 अंक निर्धारित किए गये थे. लेकिन, इस बार इसे बढ़ाकर 12500 कर दिया गया है. गाइडलाइन के मुताबिक यदि डाक्यूमेंट और फील्ड सर्वे में 20 फीसदी से अधिक का फर्क पाया जाता है, तो अंक कटेगा. यह कटौती विभिन्न स्तर पर होगी.
मेयर ने सिटी मैनेजर से हर दिन की मांगी रिपोर्ट
मेयर डॉ बसुंधरा लाल ने सिटी मैनेजर से टीम की एक्टिविटिज के बारे में जानकारी ली गयी. लेकिन, उनकी ओर से फोटो और डिटेल्स उपलब्ध नहीं कराया जा सका है. इसकी वजह से उन्हें निर्देशित किया कि वह हर दिन फोटो और एक्टिविटिज के बारे में जानकारी देंगे.
कूड़ा निस्तारण व घर-घर कूड़ा संग्रह की अव्यवस्था के कारण शहर स्वच्छता सर्वेक्षण में पिछड़ता रहा है. नगर आयुक्त के तबादले व वित्तीय प्रभार के कारण भी सर्वे टीम को बेहतर सफाई दिखाने में निगम प्रशासन नाकाम रहा है. निगम सफाई व्यवस्था पर लाखों रुपये खर्च करता है. वार्डों से लेकर शहर से कूड़ा संग्रहण व डंपिंग कार्य के लिए एक हजार से अधिक मजदूर निगम के पास है. बावजूद इसके घर-घर कूड़ा संग्रह, गलियों से कूड़ा उठाव और निस्तारण की व्यवस्था को निगम प्रशासन दुरुस्त नहीं कर सका है.
स्वच्छता रैंकिंग में भागलपुर का स्थान
2016 : 350वां स्थान
2017 : 275वां स्थान
2018 : 465वां स्थान
2019 : 412वां स्थान
2020 : 379वां स्थान
2021 : 366 वां स्थान-2022: 365 वां स्थान
2023: 403 वां स्थान