Bhagalpur News: भागलपुर समेत पूरे बिहार में ग्रामीण आवास सहायकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल थमने का नाम नहीं ले रही है. शनिवार से शुरू हुए आंदोलन को लेकर प्रशासन सख्त हो गया है. सभी हड़ताली कर्मियों को अनाधिकृत अनुपस्थित मानते हुए 48 घंटे में स्पष्टीकरण देने को कहा गया है. चेतावनी दी गई है कि अगर तय समय में जवाब नहीं मिला तो अनुबंध रद्द कर दिया जायेगा. दूसरी ओर, आवासकर्मियों का संघ पीछे हटने को तैयार नहीं है. संघ ने कहा है कि जब तक मंत्री से सकारात्मक बातचीत नहीं होती, तब तक हड़ताल जारी रहेगी.
अनुबंध समाप्ति की चेतावनी के बावजूद डटे हैं कर्मी
प्रशासन की ओर से जारी चेतावनी पत्र में कहा गया है कि बिना अनुमति लंबे समय तक कार्य से अनुपस्थित रहना अनुशासनहीनता है. तय समय में काम पर लौटने या जवाब नहीं देने की स्थिति में अनुबंध समाप्त करने की कार्रवाई की जायेगी. उधर, आवासकर्मियों के जिलाध्यक्ष अमित कश्यप ने कहा कि अब तक उन्हें कोई आधिकारिक पत्र नहीं मिला है. हड़ताल की पूर्व सूचना पहले ही दी जा चुकी थी. संघ पटना में मंत्री से वार्ता की कोशिश में है.
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स्थायीकरण, पेंशन, मानदेय समेत 16 सूत्री मांगों पर अड़े कर्मचारी
प्रदेश स्तर पर ग्रामीण आवास सहायकों ने 16 सूत्री मांगें रखी हैं. इनमें प्रमुख रूप से सेवा स्थायीकरण, संविदा कर्मियों की नियमितीकरण प्रक्रिया, प्रतिवर्ष मानदेय में 10% वृद्धि, बीमा सुविधा, पुरानी पेंशन योजना, महिला कर्मियों के लिए विशेष सुविधा, गृह जिला में स्थानांतरण, सेवा शर्त नियमावली का निर्धारण और मनमाने प्रशासनिक दखल पर रोक शामिल हैं.
संघ का कहना है कि जब तक इन मांगों पर ठोस आश्वासन नहीं मिलता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. कर्मचारी समाहरणालय से लेकर प्रखंड मुख्यालय तक धरने पर बैठे हैं.
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