Bhagalpur News: भागलपुर शहर में पानी की बर्बादी रुकेगी. अभी जो पानी बर्बाद हो रहा है, वह फिर से इस्तेमाल में आयेगा. इस पानी का इस्तेमाल सिंचाई या औद्योगिक कामों में भी किया जा सकेगा. मीठे पानी के संसाधनों का संरक्षण होगा.
Bhagalpur News: भागलपुर शहर में पानी की बर्बादी रुकेगी. अभी जो पानी बर्बाद हो रहा है, वह फिर से इस्तेमाल में आयेगा. इस पानी का इस्तेमाल सिंचाई या औद्योगिक कामों में भी किया जा सकेगा. मीठे पानी के संसाधनों का संरक्षण होगा. दरअसल, कई वर्षों से बन रहे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का ट्रायल मार्च में होगा और इसके साथ नालियों का पानी का ट्रीटमेंट होने लगेगा. वहीं, गंगा भी निर्मल रहेगा. हालांकि, इस योजना को पूरी करने की डेडलाइन दिसंबर निर्धारित थी. इससे पहले भी कई बार डेडलाइन फेल हो चुका है. लेकिन, अब मार्च में ट्रायल लेने का दावा किया गया है.
सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण साहेबगंज में कराया जा रहा है. काम अभी तक में 80 फीसदी पूरा हुआ है. यह 413.29 करोड़ राशि की स्वीकृत प्रोजेक्ट पर 385.09 करोड़ रुपये से निर्माण हो रहा है. कार्य की उपलब्धता पर अबतक 120 करोड़ खर्च हो चुका है.
बूढ़ानाथ से बरारी के बीच पांच पंपिंग स्टेशन के निर्माण कार्य पर रोक अबतक नहीं हटा है. यह रोक वन विभग ने डाॅल्फिन इकाे सेंसेटिव जाेन बता कर रोक लगा रखा है. शहर में 10 पंपिंग स्टेशन का निर्माण होना है लेकिन, अब बाकी के पांच पंपिंग स्टेशन को बाद में परमिशन लेकर निर्माण कराया जायेगा.
शहरी क्षेत्र के छोटे-बड़े नालों का पानी गंगा में सीधे प्रवाहित होता है. गंगा में गिरने वाले नाले के मुहाने को मोड़ा जायेगा. 43 नालों को 10 पंपिंग स्टेशन में पहुंचाने की योजना पर काम होना है, लेकिन, पांच पंपिंग स्टेशन का काम ठप है, तो 60 फीसदी नाले के मुहाने को ही मोड़ा जा सकेगा. ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 45 एमएलडी की रहेगी. लेकिन, मार्च में 25 एमएलडी से ही ट्रायल लिया जायेगा.
पंपिंग स्टेशन के सहारे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तक पानी पहुंचेगा. पंपिंग स्टेशन पर जेनरेटर की सुविधा रहेगी. वहीं इलेक्ट्रो मैकेनिकल आनलाइन पैनल लगा रहेगा, जिससे नाले से मिलने वाले पानी और प्लांट तक पानी पहुंचाने का आटोमैटिक सिस्टम से रिकार्ड मिलता रहेगा.
सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट एक नजर में
सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण : साहेबगंजक्षमता: 45 एमएलडी
नाले की संख्या : 43प्रोजेक्ट वेल्यू : 385.09 करोड़ रुपये
अबतक खर्च : 120 करोड़डेडलाइन : दिसंबर में फेल
नयी डेडलाइन : मार्च 2025कार्य : 80 फीसदी
पंपिंग स्टेशन : 10 (पांच का काम ठप)कार्य प्रारंभ : वर्ष 2021