Bhagalpur City: भागलपुर सिटी में गरीबों के बीच कंबल वितरण का मामला विवाद में फंसा है. नगर आयुक्त डॉ प्रीति छुट्टी पर चली गयीं हैं और इस तरह से विवाद अनसुलझा रह गया है.
Bhagalpur City: भागलपुर सिटी में गरीबों के बीच कंबल वितरण का मामला विवाद में फंसा है. कंबल की खरीद के बावजूद, यह गरीबों के बीच बंट नहीं रहा है. लंबे समय से चल रहे विवाद सुलझने से पहले नगर आयुक्त डॉ प्रीति 25 जनवरी तक छुट्टी पर चली गयीं हैं. उनके छुट्टी पर जाने से कंबल वितरण का मामला अनसुलझा रह गया है. इसके साथ ही जरूरतमंदों के बीच कंबल वितरण की उम्मीद भी अब नहीं रह गयी है. दरअसल, नगर आयुक्त के छुट्टी पर जाने से उप नगर आयुक्त आमिर सोहेल को प्रभार मिला है लेकिन, वह नगर आयुक्त की गैरमौजूदगी में कोई बड़ा फैसला नहीं ले सकता है. कंबल के वितरण की संभावना नहीं है.
इधर, नगर आयुक्त छुट्टी से जबतक वापस आयेंगी और तय करेंगी कि कंबल बांटने लायक है या नहीं, तब तक ठंड लगभग खत्म होने की कगार पर होगा.
मेयर ने सभी के सामने कंबल की लंबाई-चौड़ाई की मापी कराई
मेयर डाॅ. बसुंधरा लाल ने खरीदे गए कंबल में से कुछ को अपने चेंबर में मंगवाया और सभी के सामने उसकी लंबाई-चौड़ाई की मापी करावाई. यह उप-नगर आयुक्त आमिर सोहेल के समक्ष हुआ. वहीं, उनसे कंबल की गुणवत्ता वाली रिपोर्ट के बारे में भी पूछताछ की. वहां मौजूद एक पार्षद ने बताया कि उप-नगर आयुक्त ने भी कंबल की गुणवत्ता पर असंतोष जताया. उप-नगर आयुक्त की तरफ से कहा गया कि मैं तो कोई नया निर्णय नहीं ले सकता हूं.
स्थायी समिति सदस्य डाॅ. प्रीती शेखर ने क्या कहा?
स्थायी समिति सदस्य डाॅ. प्रीती शेखर ने साफ तौर पर कह दिया कि कंबल के टेंडर में नियमों का उल्लंघन हुआ है. निगम प्रशासन एजेंसी पर मेहरबानी ना दिखाये. कंबल में 70 प्रतिशत या उससे ज्यादा ऊन की मात्रा होनी चाहिए. बिना हाल मार्क के कम्बल खरीद हुई है.
नगर आयुक्त का छुट्टी पर जाना बना चर्चा का विषय
नगर आयुक्त के छुट्टी पर चले जाने को लेकर तरह-तरह की चर्चा हो रही है. चर्चाओं का बाजार गरम है. पार्षदों का कहना है कि नगर आयुक्त विवाद से पीछा छुड़ाने के लिए छुट्टी ली है, ताकि इस विवाद को टाला जा सके.
2023 से कम रेट में खरीद पर पार्षद मांग रहे जबाव
वर्ष 2023 से भी कम रेट पर कंबल की खरीद पर इसका जबाव पार्षदों ने मांगा है. पार्षदों का कहना है कि जिस एजेंसी को कंबल खरीदने का ठेका दिया था उसी कंपनी को फिर से 2024 में ठेका दिया गया है लेकिन, सबसे मजेदार बात है कि बीते वर्ष 2023 के जनवरी माह में जो कंबल की खरीदारी हुई थी उसमे एजेंसी की तरफ से पहले प्रति कंबल 360 रुपए का प्रस्ताव रखा गया था लेकिन, बाद में तय हुआ की 290 रुपये की दर से 10 हजार 200 कंबल खरीदा गया था. उसी एजेंसी ने वर्ष 2024 में सिर्फ 220 रुपये में कैसे उपलब्ध करवाया गया.