नगर निगम और एजेंसियों में बनी बात
भागलपुर और बांका जिले के लोगों को अब बिजली कटौती और ट्रिपिंग से मुक्ति मिलेगी. बिहार स्टेट पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड ने 199 करोड़ 44 लाख रुपये की लागत से तीन बड़ी बिजली परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है. इन परियोजनाओं का लक्ष्य बिजली व्यवस्था को मजबूत करना और निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करना है.
तारों की बदली: भागलपुर से कहलगांव (एनटीपीसी) और सुलतानगंज से बांका के बीच 1 लाख 32 हजार वोल्ट की बिजली लाइनों के पुराने तारों को बदला जाएगा. वर्तमान में जरा से झटके से भी ग्रिड की बिजली गुल हो जाती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. इससे पावर सब-स्टेशनों और शहर में बिजली आपूर्ति पर पड़ने वाला सीधा असर कम होगा.
‘लीलो’ निर्माण: बांका पावर ग्रिड से सुल्तानगंज तक 132 केवी की ट्रांसमिशन लाइन के दोनों सर्किट पर 10 किलोमीटर में एचटीएलएस कंडक्टर के साथ ‘लाइन इन, लाइन आउट (लीलो)’ कॉन्फिगरेशन का निर्माण होगा. यह कॉन्फिगरेशन ग्रिड को मौजूदा लाइन से जोड़ना आसान बनाएगा, जिससे बिजली आपूर्ति में स्थिरता आएगी और ट्रिपिंग की समस्या कम होगी.
अमरपुर में 180 मेगावाट क्षमता का एक नया ग्रिड बनेगा, जिससे 140 मेगावाट तक बिजली पावर सब-स्टेशनों को मिल सकेगी. इस ग्रिड से भागलपुर और बांका दोनों जिलों को फायदा होगा.
इन तीनों योजनाओं को पूरा करने के लिए 18 महीने का समय निर्धारित किया गया है. बिहार स्टेट पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड इस काम को एजेंसी के माध्यम से कराएगा. निविदा जारी कर दी गई है और 20 जून को निविदा खोली जाएगी. चयनित एजेंसी को 18 माह में कार्य पूरा करना अनिवार्य होगा.