Ayodhya Ram Mandir
Surya Tilak Ram Mandir : अयोध्या में रामनवमी पर राम मंदिर में आज रविवार 6 अप्रैल को राम लला का अभिषेक सूर्य किरणों से हुआ. इस अद्भुत नजारा को देखने के लिए रामनगरी में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. पूरी भव्यता से राम मंदिर सजा है. दर्शनार्थियों के लिए रेड कारपेट बिछाई गई है. धार्मिक अनुष्ठानों के साथ भजन-कीर्तन हो रहे हैं. दोपहर 12 बजे रामलला के माथे पर सूर्य तिलक किया गया. इसकी जानकारी Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पहले ही दे दी थी. 20-30 लाख श्रद्धालुओं के अयोध्या पहुंचने की संभावना व्यक्त की गई. इसको लेकर प्रशासन ने सुरक्षा और यातायात की चाक-चौबंद व्यवस्था की है.
श्रद्धालुओं पर सरयू जल का छिड़काव किया गया है. गर्मी से बचाव के लिए जल का छिड़काव यहां प्रशासन की ओर से किया जा रहा है.
अयोध्या में आज रामनवमी के मौके पर रामलला का दुग्धाभिषेक हुआ. इसके बाद सूर्य किरणों ने रामलला का सूर्य तिलक किया. साथ ही रामलला के प्रकाट्य की आरती भी की गई. श्रद्धालुओं की भीड़ रामलला के दर्शन को उमड़ी रही.
सूर्य तिलक धार्मिक और प्रतीकात्मक परंपरा है. पौराणिक कथाओं में इसका उल्लेख है. इसके अनुसार, त्रेता युग में जन्में भगवान श्रीराम सूर्यवंशी थे. यही वजह है कि उन्हें सूर्य तिलक दिए जाने की परंपरा चली आ रही है. इस दौरान सूर्य देव स्वयं भगवान राम के मस्तक पर सूर्य का तिलक करते नजर आते हैं. इसे भगवान श्रीराम के प्रति आस्था और श्रद्धा का प्रतीक बताया जाता है.
पहले भगवान का पाठ हुआ, सुंदरकांड का पाठ किया गया और फिर हनुमान चालीसा का पाठ किया गया. इस पूरे कार्यक्रम का लाइव टेलीकास्ट दूरदर्शन पर किया गया. साथ ही अयोध्या समेत कई शहरों में बड़ी-बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाकर इसका लाइव प्रसारण किया गया है.
रामनवमी को देखते हुए मंदिर में दर्शन के टाइम में भी बदलाव किया गया है. शेड्यूल की बात करें तो रामनवमी के दिन रामलला की सुबह से ही पूजा शुरू हो गई थी. बता दें कि रामलला का तिलक करने की तैयारी में कुछ वैज्ञानिक भी जुटे हुए थे. इसलिए राममंदिर में उपकरण भी लगाए गए थे. बता दें कि बीते साल 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद राम मंदिर में यह दूसरी बार सूर्याभिषेक हुआ है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर चैत्र नवरात्र की अष्टमी तिथि (शनिवार) से राज्य के सभी जिलों में श्रीरामचरितमानस का अखंड पाठ किया गया. एक आधिकारिक बयान के अनुसार, शनिवार दोपहर से शुरू हुए अखंड मानस पाठ की पूर्णाहुति रविवार को श्रीरामनवमी के दिन दोपहर 12 बजे अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि मंदिर में श्रीरामलला के सूर्य तिलक के साथ की गई.