Student Protest: बिहार में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को लेकर छात्रों का गुस्सा एक बार फिर पटना की सड़कों पर नजर आया. TRE-4 को लेकर जारी अधिसूचना से पहले STET की परीक्षा कराने की मांग को लेकर छात्र-छात्राएं सड़क पर उतर आए. हाथों में तिरंगा, तख्तियों पर तीखे नारे और मुखर मांगों के साथ छात्र आंदोलनरत दिखे.
पटना विश्वविद्यालय, भिखना पहाड़ी और डाकबंगला चौराहा जैसे इलाकों में छात्रों ने जमकर प्रदर्शन किया. उनका कहना था कि बिना STET के TRE-4 सिर्फ छलावा है. यह सिर्फ युवाओं को गुमराह करने की साजिश है. छात्र बोले कि वो नौकरी नहीं, बल्कि सिर्फ पात्रता की मांग कर रहे हैं.
छात्रों की चेतावनी- STET नहीं तो वोट नहीं
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बिहार में शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया को लेकर छात्रों का आक्रोश लगातार उबाल पर है. सोमवार को पटना में सैकड़ों छात्र-छात्राएं TRE-4 को लेकर किए गए सरकारी ऐलान के विरोध में सड़क पर उतर आए. उन्होंने साफ कहा कि बिना STET परीक्षा कराए TRE-4 की वैधता ही नहीं है. प्रदर्शनकारी छात्रों ने STET और BTET परीक्षा समय पर आयोजित करने की मांग दोहराई.
छात्रों का यह आंदोलन भिखना पहाड़ी से शुरू होकर गांधी मैदान, डाकबंगला चौराहा और मुख्यमंत्री आवास तक जाने की योजना के साथ आगे बढ़ा. लेकिन जेपी गोलंबर के पास पुलिस ने बैरिकेडिंग कर उन्हें रोक दिया. कुछ छात्र बैरिकेडिंग पर भी चढ़ते दिखे.
सुरक्षा के कड़े इंतजाम, सड़क पर दिखी पुलिस की सतर्कता
छात्रों के उग्र तेवरों को देखते हुए पटना में पुलिस-प्रशासन पूरी तरह अलर्ट रहा. प्रमुख चौक-चौराहों पर बैरिकेडिंग कर सुरक्षाबलों की तैनाती की गई थी. छात्रों के पास तख्तियों पर ‘STET नहीं तो वोट नहीं’ जैसे नारे लिखे थे. उनके हाथों में तिरंगा था, और आवाज़ में गुस्सा.
छात्रों ने सरकार पर छल और वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि डेढ़ साल से कोई STET परीक्षा नहीं हुई. जिससे लाखों छात्र पात्रता से वंचित हो गए हैं. इस बार भी सरकार TRE-4 का विज्ञापन जारी कर सिर्फ भ्रम फैलाना चाहती है.
“सरकार हमें ठग रही है, हम नौकरी नहीं पात्रता मांग रहे हैं”
छात्रों ने कहा कि हम सिर्फ परीक्षा चाहते हैं. जिससे आगे की प्रक्रिया शुरू हो. 2023-24 बैच के छात्रों को अब तक STET देने का मौका नहीं मिला है. ऐसे में जब तक पात्रता परीक्षा नहीं होती, TRE-4 का कोई औचित्य नहीं बनता.
उन्होंने यह भी कहा कि जब सरकार डोमिसाइल नियम लागू कर सकती है तो STET आयोजित करने में क्या दिक्कत है. प्रदर्शनकारी छात्रों ने यह भी चेतावनी दी कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई, तो यह आंदोलन राज्यव्यापी हो सकता है.
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