DIGITAL दुनिया के इस दौर में अब साइबर ठगों की सक्रियता काफी बढ़ गयी है. वो ठगी के तरीकों को भी लगातार बदल रहे हैं. अब तक साइबर ठग बैंक ओटीपी, फर्जी प्रोफाइल बनाकर पैसे मांगने जैसे तरीके से ठगी कर रहे थे, लेकिन, अब उन्होंने फ्रॉड करने के नये-नये तरीके ढूंढ लिये हैं.
– डेबिट व क्रेडिट कार्ड के सीवीवी नंबर को मोबाइल पर ट्रांजिक्शन के समय छुपा कर रखें
– ऑनलाइन शॉपिंग में लेन देन की अधिकतम लिमिट को कम रखें.
– बैंक में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर को लोगों में कॉन्टैक्ट के लिए साझा न करें, बैंकिंग के लिए अलग से नंबर रखें.
– किसी भी अनजान व्यक्ति के कहने पर अपने फोन में कोई ऐप डाउनलोड न करें
– ऑफर, कैश बैक या डिस्काउंट,गिफ्ट,पुरस्कार आदि के लिए कूपन कोड या अन्य लालच में न फंसें
– गूगल पर कस्टमर केयर सर्च करने की बजाय आधिकारिक वेबसाइट से नंबर लें
– ऑनलाइन ठगी और बैंकिंग संबंधित फ्रॉड होने पर जल्द से जल्द इसकी शिकायतें करें
– हर एक या दो हफ्ते में अपने शॉपिंग अकाउंट का पासवर्ड बदलें.
1930 पर call कर करे शिकायत :
भारत सरकार के गृह मंत्रालय (Ministry of Home) की ओर से शिकायत दर्ज करवाने के लिए 1930 Troll Free Cyber Helpline Number जारी किया है. जारी किए गए इस टोल फ्री नंबर पर अब 24 घंटे में शिकायत दर्ज करवा सकते है. इसके अलावे पीड़ित स्थानीय थाना या साइबर थाना में जाकर भी अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते है.