Marine Drive : मुंगेर के सफियाबाद से सबौर तक प्रस्तावित मरीन ड्राइव निर्माण के लिए सर्वे कार्य ने रफ्तार पकड़ ली है. परियोजना EPC मोड पर पूरी होगी, जिसकी नोडल एजेंसी बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड है. बुधवार को अधिकारियों की टीम ने जमीन और एलाइनमेंट से जुड़ी बारीकियों की जांच के लिए सुल्तानगंज परिसीमन क्षेत्र में सर्वे किया.
टीम ने गनगनियां, कमरगंज, मसदी से लेकर अकबरनगर तक पंचायत जनप्रतिनिधियों से भू-स्वामित्व की जानकारी ली और गंगा किनारे स्थित ईंट भट्ठों का भी आकलन किया. अधिकारियों ने अभी आधिकारिक जानकारी साझा करने से इनकार किया, हालांकि सर्वे के बाद जल्द ही भू-अधिग्रहण की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी.
बीएसआरडीपसीएल के अनुसार इपीसी मोड में होने वाला कार्य एजेंसी के निर्णय पर निर्भर होता है. अडाणी इंटरप्राइजेज चाहे तो निर्माण के लिए किसी अन्य एजेंसी को भी जिम्मेदारी दे सकती है.
75.80 किमी लंबा फोरलेन व एलिवेटेड गंगा पथ
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इस परियोजना के तहत सफियाबाद से सबौर तक 75.80 किमी लंबा फोरलेन व एलिवेटेड मरीन ड्राइव बनाया जाएगा. इसे दो चरणों में पूरा किया जाना है. पहला चरण सफियाबाद से सुल्तानगंज रोड तक और दूसरा सुल्तानगंज रोड से सबौर तक होगा.
चार साल में पूरा करना होगा काम
निर्माण कार्य अडाणी इंटरप्राइजेज को सौंपा गया है. कंपनी को 1460 दिनों यानी चार साल में मरीन ड्राइव तैयार करना होगा. पहले चरण का काम कंपनी को 19.95 प्रतिशत अधिक बोली पर मिला है. दोनों हिस्सों के निर्माण और 15 वर्षों तक रखरखाव की जिम्मेदारी भी अडाणी समूह के पास रहेगी. परियोजना का कुल एस्टीमेट करीब 8292.65 करोड़ रुपए है, जिसमें पहले चरण की लागत 4450.17 करोड़ रुपए और दूसरे चरण की 3842.48 करोड़ रुपए आंकी गई है.
गंगा पथ पर तेजी से आगे बढ़ेगी विकास कड़ी
पटना की तर्ज पर मुंगेर में भी गंगा नदी किनारे आधुनिक सड़क तंत्र विकसित होने जा रहा है. परियोजना पूरी होते ही सफियाबाद से सबौर तक तेज और सुरक्षित यात्रा का मार्ग खुलेगा, साथ ही नदी किनारे बसे इलाकों को नई आर्थिक गति मिलेगी.
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