Bihar News: भागलपुर जिले के विक्रमशिला खुदाई स्थल के समीप प्रस्तावित केंद्रीय विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. भू-अर्जन विभाग ने रैयतों की सूची जारी कर दी है. शिक्षा विभाग की ओर से 4.29 एकड़ भूमि के अधिग्रहण का प्रस्ताव भेजा गया है. यह क्षेत्र खुदाई स्थल से सटा हुआ है, जहां भविष्य में पुरातात्विक खोज की संभावना बताई जाती है.
मूल्य निर्धारण को लेकर समिति का गठन
जमीन की कीमत तय करने के लिए छह सदस्यीय समिति बनाई जाएगी. भू-अर्जन विभाग की टीम ने रैयतों का सर्वेक्षण आरंभ कर दिया है. सूची प्रकाशन के बाद 60 दिनों तक दावा-आपत्ति दर्ज करने का अवसर मिलेगा. इसके बाद जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति जमीन का मूल्य तय करेगी. उचित मूल्यांकन होने पर रैयतों को नोटिस भेजकर भुगतान की प्रक्रिया शुरू होगी. वर्तमान में धारा 19(1) के तहत सर्वे कार्य प्रगति पर है.
पहले जारी हुई थी अधिसूचना
भूमि अधिग्रहण से जुड़ी अधिसूचना 14 जून को धारा 11(1) के अंतर्गत जारी की गई थी. इसके बाद 30 दिनों तक दावा-आपत्ति आमंत्रित किए गए थे. परियोजना के सामाजिक लाभ और लागत का आकलन तकनीकी विशेषज्ञ समिति ने किया है.
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कुल 215 एकड़ भूमि चिह्नित
विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए 215 एकड़ से अधिक भूमि चिन्हित की गई है. इसमें अंतिचक में 92 एकड़ 70 डिसमिल और मलकपुर में 84 एकड़ 33 डिसमिल भूमि शामिल है.
सरकारी जमीन पर कब्जा
इसके अतिरिक्त लगभग 28 एकड़ 33 डिसमिल भूमि बिहार सरकार की है, जिस पर कुछ जगह झोपड़ियां बनी हुई हैं. रैयती भूमि पर कोई घर नहीं है, लेकिन इसमें आम के बागान और कृषि योग्य क्षेत्र शामिल हैं.
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