Nepal Crisis : नेपाल में राजनीतिक उथल-पुथल ने हिंसक रूप ले लिया है. मंगलवार को गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने पूर्व प्रधानमंत्री झलनाथ खनाल के घर पर हमला कर दिया और वहां आगजनी कर दी. हादसे में उनकी पत्नी राजलक्ष्मी चित्रकार झुलस गईं और अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी जान चली गई. इस घटना के बाद पूरे देश में तनाव और बढ़ गया.
इस्तीफे पर मजबूर हुए ओली
तेजी से बिगड़ते हालात के बीच प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने पद से हटने का फैसला कर लिया. छात्रों की अगुवाई वाला Gen Z आंदोलन अब सड़कों पर हिंसा में बदल चुका है. काठमांडू समेत कई शहरों में सरकारी दफ्तरों, नेताओं के आवास और संसद भवन तक को भीड़ ने आग के हवाले कर दिया. अराजक स्थिति से सरकार पूरी तरह कमजोर पड़ गई.
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आज हिमाचल प्रदेश और पंजाब के दौरे से लौटने के बाद Cabinet Committee on Security की बैठक में नेपाल के घटनाक्रम को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। नेपाल में हुई हिंसा हृदयविदारक है। यह जानकर बहुत पीड़ा हुई कि इसमें अनेक युवाओं की जान गई है। नेपाल की स्थिरता, शांति और समृद्धि हमारे लिए…
— Narendra Modi (@narendramodi) September 9, 2025
भारत की प्रतिक्रिया और मोदी का संदेश
नेपाल की स्थिति पर भारत ने चिंता जताई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि नेपाल में हो रही हिंसा बेहद पीड़ादायक है और इसमें कई युवाओं की मौत ने दिल को झकझोर दिया है. उन्होंने कहा कि नेपाल की स्थिरता भारत के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है. मोदी ने वहां के लोगों से शांति और संयम बनाए रखने की अपील भी की.
पाल की अशांति को लेकर चिंता
भारत के कई पूर्व राजनयिकों ने भी नेपाल की अशांति को लेकर चिंता जाहिर की. उनका कहना है कि पड़ोसी देश में जारी यह संकट भारत की सुरक्षा और रणनीतिक हितों से जुड़ा हुआ है. विशेषज्ञों का मानना है कि नेपाल में स्थिरता और शांति केवल वहां की राजनीति तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे दक्षिण एशिया के लिए निर्णायक महत्व रखती है.
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