Bhagalpur News: भागलपुर नगर निगम की पूर्व उप महापौर एवं सशक्त स्थायी समिति सदस्य डॉ. प्रीति शेखर ने आज निगम पार्षदों के साथ सैंडिस कंपाउंड का दौरा कर आम नागरिकों से बातचीत की. उपस्थित खिलाड़ियों और स्वास्थ्य लाभ ले रहे लोगों ने सैंडिस कंपाउंड में रोज़ ₹10 प्रवेश शुल्क वसूली को एकतरफा और तुगलकी फरमान बताया. डॉ. शेखर ने आश्वासन दिया कि यह मामला जल्द ही जिला पदाधिकारी और नगर आयुक्त के समक्ष रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि यदि यह शुल्क वापस नहीं लिया गया तो जनसहयोग से उग्र आंदोलन किया जाएगा.
हर दिन ₹10 शुल्क से गरीब और खिलाड़ी वर्ग पर पड़ेगा आर्थिक बोझ
डॉ. प्रीति शेखर ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि आम जनों, खिलाड़ियों, महिलाओं, बुजुर्गों और युवाओं से हर दिन ₹10 वसूलना अनुचित है. सैंडिस कंपाउंड जैसे सार्वजनिक मैदान में इस तरह की व्यवस्था केवल आर्थिक बोझ डालेगी. उन्होंने कहा कि जल्द ही पार्षदों का प्रतिनिधिमंडल जिला प्रशासन और नगर निगम से मुलाकात कर शुल्क माफ करने की मांग करेगा.
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प्रशिक्षण ले रहे युवा और खिलाड़ी होंगे सबसे ज्यादा प्रभावित
सैंडिस कंपाउंड में बड़ी संख्या में युवा भारतीय सेना में भर्ती की तैयारी करते हैं. साथ ही क्रिकेट, फुटबॉल, वॉलीबॉल, बैडमिंटन जैसे खेलों के प्रशिक्षणार्थी भी यहां नियमित अभ्यास करते हैं. प्रतिदिन शुल्क लगाए जाने से इन सभी पर अनावश्यक आर्थिक बोझ पड़ेगा. डॉ. शेखर ने कहा कि यह फैसला आमजनों की पहुंच को सीमित करेगा.
शाम 6 बजे तक शुल्क लगाना भी बताया गलत
डॉ. प्रीति शेखर ने कहा कि सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक शुल्क वसूली की सूचना मिली है, जो व्यावहारिक नहीं है. शाम को ही स्कूल से छुट्टी के बाद बच्चे मैदान आते हैं. टहलने वाले बुजुर्ग और महिलाएं भी इस समय आते हैं. ऐसे में शाम 6 बजे तक शुल्क लगाना अव्यवहारिक और अन्यायपूर्ण निर्णय है.
मुख्य मैदान में शुल्क नहीं देंगे, कैफेटेरिया आदि पर हो अलग व्यवस्था
पार्षद पंकज गुप्ता और अभिषेक मिश्रा ने कहा कि यदि सैंडिस कंपाउंड के भीतर बने कैफेटेरिया, स्विमिंग पूल, ओपन थिएटर या नेहरू मेमोरियल पर शुल्क लिया जाए तो समझ में आता है. लेकिन आम जनता के लिए खुले मैदान में प्रवेश शुल्क लेना पूरी तरह अनुचित है. यदि निर्णय वापस नहीं हुआ तो आंदोलन किया जाएगा.
भागलपुर का एकमात्र खुला मैदान है सैंडिस कंपाउंड
पार्षद अशोक पटेल, प्रतिनिधि संजय तांती और मोहम्मद असगर ने कहा कि सैंडिस कंपाउंड भागलपुर का ह्रदय स्थल है. यह शहर का एकमात्र बड़ा खुला मैदान है, जहां लोग स्वास्थ्य लाभ और शारीरिक प्रशिक्षण लेते हैं. ऐसे सार्वजनिक स्थान पर शुल्क वसूली निंदनीय है.
जिला प्रशासन और स्मार्ट सिटी प्रबंधन को निर्देश देने की मांग
डॉ. प्रीति शेखर ने मांग की कि जिला पदाधिकारी और नगर आयुक्त मामले का संज्ञान लें और स्मार्ट सिटी परियोजना से जुड़े एजेंसियों को इस निर्णय को वापस लेने का निर्देश दें. उन्होंने बताया कि इस संबंध में शीघ्र ही पत्राचार और औपचारिक भेंट की जाएगी. अगर मांगें नहीं मानी गईं तो लोकतांत्रिक तरीके से उग्र आंदोलन किया जाएगा.
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